चार दिन में 70 फीसद महंगा हुआ लाहौरी नमक, छुआरा
पुलवामा में आत्मघाती हमले के बाद कारोबार पर दिख रहा व्यापक असर धंधे का फंडा -200 फीसद कस्टम ड्यूटी लगाने के बाद बढ़ने लगी महंगाई -पाकिस्तान से लाहौरी नमक, छुआरा आदि का होता है आयात
संवाद सहयोगी, हाथरस : पुलवामा में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से आयातित सामान पर दो सौ फीसद कस्टम ड्यूटी लगने के बाद पाकिस्तान से आयात होने वाले सामान पर असर दिखने लगा है। लाहौरी नमक और छुआरे के दाम चार दिन में ही आसमान छूने लगे। जल्द ही इनकी कीमत दो गुना होने का अंदेशा है। इसके अलावा हींग और रंग के निर्यात पर भी दोनों देशों के बीच बिगड़े माहौल का असर पड़ सकता है।
हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया। आर्थिक रूप से पाकिस्तान की कमर तोड़ने के लिए वहां से आयात होने वाली चीजों पर कस्टम ड्यूटी को 200 फीसद तक बढ़ाया गया है। इससे पाक से भारत आने वाली चीजें काफी महंगी हो गई हैं। दूसरे देशों की तुलना में सस्ती होने के कारण पाकिस्तान से इन चीजों को मंगाया जाता था।
छुआरा 50 रुपये महंगा :
पाकिस्तान से आयात होने वाले खाद्य पदार्थों में छुआरा प्रमुख है। हमले से पहले छुआरा बाजार में 70 रुपये प्रति किलो के भाव में बिक रहा था। कस्टम ड्यूटी लगने के बाद छुआरे के दाम 120 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। प्रमुख मेवा विक्रेता पवन वाष्र्णेय का कहना है कि छुआरे के दाम से बिक्री प्रभावित हुई है, लेकिन जल्द ही पाकिस्तान की जगह अफगानिस्तान से मेवा का आयात शुरू होगा, तब कीमतें कम हो जाएंगी। पहले भी एक-दो बार ऐसा हो चुका है।
लाहौरी नमक के दाम बढ़े :
लाहौर से आने वाले सेंधा नमक के दाम भी आसमान पर हैं। सात रुपये किलो तक बिक रहे सेंधा नमक के दाम दस से 12 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। जल्द ही इसके दाम भी दोगुना होने का अंदेशा है। लाहौरी नमक के थोक कारोबारी नारायणदास अग्रवाल का कहना है कि 200 फीसद कस्टम ड्यूटी से दाम बढ़े हैं। अभी तो पुराने ऑर्डर वाला नमक बिक रहा है। सीमा से यहां नमक पहुंचने के बाद दाम और बढ़ेंगे। सुस्त पड़ा हींग का कारोबार
हाथरस की हींग का निर्यात दुनियाभर में होता है। पाकिस्तान को हींग की सप्लाई कुछ कारोबारी सीधे करते हैं तो कुछ दिल्ली के बड़े कारोबारियों के जरिये पाकिस्तान पहुंचाते हैं। हमले के बाद से पाकिस्तान के निर्यात पर भी असर पड़ा है। मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा हटने के बाद जिस तरह कस्टम ड्यूटी 200 फीसद बढ़ी है, उसी तरह निर्यात पॉलिसी में भी फेरबदल हो सकता है। यही वजह है कि अभी निर्यात पर ब्रेक लगा हुआ है। हींग कारोबारी ओमपाल ¨सह का कहना है कि हींग का बाजार बीते एक हफ्ते से सुस्त है। रंग के नए ऑर्डर नहीं मिल रहे :
हमले के बाद रंग उद्योग भी प्रभावित है। होली के मद्देनजर पाकिस्तान में रह रही ¨हदू आबादी के लिए वहां के कारोबारी ऑर्डर बुक कराते थे। इस बार कुछ ऑर्डर बुक हुए थे लेकिन बीते चार दिन से कोई ऑर्डर बुक नहीं किया गया। रंग कारोबारी मनोज कुमार का कहना है कि पाकिस्तान के फिल्म उद्योग के लिए भी यहीं से रंग जाता है। होली पर भी कुछ रंग का निर्यात पाकिस्तान के लिए किया जाता है। सभी इस्लामी देशों में ¨हदू आबादी रहती है जो होली मनाती है। 'नुकसान सहने को तैयार हैं'
किराना कारोबारी योगेंद्र बाबू का कहना है कि हमले के बाद सरकार ने कस्टम ड्यूटी बढ़ाकर सही कदम उठाया है। अगर इससे महंगाई बढ़ती है या नुकसान होता है तो डरने की जरूरत नहीं है। कारोबारी हो या आम आदमी, सब महंगाई और नुकसान झेलने को तैयार हैं, बस इतनी ख्वाहिश है कि मोदी सरकार पाकिस्तान को सबक सिखा दे।