निर्माणाधीन शीतगृह में आग से लाखों की क्षति
गांव लुटसान के पास तीसरे चेंबर के निर्माण के दौरान हुआ हादसा, कई घंटे की मशक्कत से बुझी आग
संवाद सूत्र, हाथरस : कैलोरा रोड स्थित निर्माणाधीन कोल्ड स्टोरेज के एक चेंबर में बुधवार को लगी भीषण आग ने खलबली मचा दी। लकड़ी व थर्मोकोल की शीट में आग पकड़ लेने से दमकल को कई घंटे तक जूझना पड़ा। हादसे में कोई हताहत तो नहीं हुआ, लेकिन लाखों रुपये का नुकसान बताया जा रहा है।
हाथरस जंक्शन के रहने वाले देवेंद्र ¨सह गांव लुटसान के पास कोल्ड स्टोरेज बनवा रहे हैं। दो चेंबर बनने के बाद चार दिन पहले शनिवार को मंडलायुक्त अजयदीप ¨सह कोल्ड स्टोरेज का उद्घाटन भी कर चुके हैं। वर्तमान में तीसरे चैंबर के निर्माण का कार्य चल रहा था। अंदर लकड़ी के फ्रेम तैयार हो रहे थे तथा थर्मोकोल की शीट लगाई जा रही थी। वे¨ल्डग का भी काम किया जा रहा था। दोपहर लगभग डेढ़ बजे काम करते समय अचानक थर्मोकोल व लकड़ी ने आग पकड़ ली। चेंबर से धुआं उठता देख कर्मचारियों में खलबली मच गई। मजदूर बाहर भागे। शीतगृह परिसर में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोग भी जमा हो गए। पुलिस व अग्निशमन विभाग के लोग मौके पर पहुंचे। सीएफओ अरविंद कुमार,
सीओ राम शब्द यादव व एनडीआरएफ की टीम ने आग पर काबू पाने की कवायद शुरू की। सासनी, हाथरस व सादाबाद से दमकल मंगाई गईं। आग पर नियंत्रण न होने पर अलीगढ़ से भी दमकल बुलवाई गई।
आठ गाड़ियों ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया। हादसे में लाखों रुपये का थर्मोकोल व लकड़ी जलकर खाक हो गई। वे¨ल्डग से उठी चिंगारी से आग की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन कोल्ड स्टोरेज मालिक व अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर सके। एनडीआरएफ टीम पहुंची
आपदा प्रबंधन के प्रशिक्षण के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल) टीम हाथरस में है। 15 दिन के लिए टीम जगह-जगह जाकर प्रशिक्षण दे रही है। यह टीम बुधवार को सिकंदराराऊ में प्रशिक्षण देने गई थी। आग के संबंध में इस टीम को सूचना दी गई तो एनडीआरएफ टीम मौके पर आ गई। टीम के आने से पहले काफी हद तक आग पर काबू किया जा चुका था। इनका कहना है-
आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। आग बुझाने के लिए जनपद के बाहर तक की गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया था। आग लगने के कारणों की छानबीन की जाएगी।
-अरिवंद कुमार, चीफ फायर ऑफिसर कोल्ड स्टोरेज में काम चल रहा था। आग लगने का कारण पता नहीं चल सका है। कितना नुकसान हुआ है, उसका आकलन कराया जा रहा है।
-देवेंद्र ¨सह, कोल्ड स्टोरेज स्वामी