कोविड मरीजों को सांस देंगे ऑक्सीजन के तीन प्लांट
हाथरस सादाबाद और सीएचसी मुरसान पर प्लांट लगाने के लिए मिली प्रशासन की एनओसी।
हिमांशु गुप्ता, हाथरस : कोरोना काल में सांसों की किल्लत से जूझ रहे जनपदवासियों के लिए राहत भरी खबर है। अब हाथरस में ही ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। इसके लिए तीन प्लांट लगवाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने उद्यमियों के साथ मिलकर यह कवायद की है। एक प्लांट सादाबाद, दूसरा हाथरस और तीसरा सीएचसी मुरसान परिसर में लगेगा। इसके लिए एनओसी दे दी गई है। एक माह के भीतर प्लांट तैयार कर ऑक्सीजन के उत्पादन शुरू करने की योजना है।
हाथरस में कोविड संक्रमित मरीजों के लिए दो एल-वन हॉस्पिटल और पांच एलटू हॉस्पिटल बनाए गए हैं। इनमें साढ़े तीन सौ से अधिक बेड हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है। अलीगढ़ से प्रतिदिन 70 सिलिडर और कुछ अन्य जनपदों से 120 सिलिडर की व्यवस्था प्रशासन करा रहा है। कोविड अस्पतालों में इतनी गैस एक दिन में ही खर्च हो जा रही है। किल्लत को देखते ही प्रशासन ने अब हाथरस में ही ऑक्सीजन गैस के उत्पादन की योजना बनाई है। इसके लिए उद्यमियों और खुद के प्रयासों से जिला प्रशासन तीन ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाने जा रहा है। सादाबाद में सबसे बड़ा प्लांट
जिलाधिकारी रमेश रंजन ने बताया कि सबसे बड़ा प्लांट सादाबाद में लगाया जाना है। इसमें करीब एक करोड़ रुपये की लागत आएगी। सादाबाद के एक उद्यमी के साथ मिलकर प्रशासन यह प्लांट लगवा रहा है। इंदौर की कंपनी से इसके लिए अनुबंध किया गया है। यहां प्रतिदिन करीब 100 सिलिडर ऑक्सीजन के रीफिल हो सकेंगे। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं। जून के पहले सप्ताह तक प्लांट को तैयार कराने की योजना है। सीएचसी मुरसान में लगेगा प्लांट
डीएम के मुताबिक सीएचसी मुरसान में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। अहमदाबाद से इसके लिए मशीनें मंगाई जा रही हैं। प्लांट लगाने में करीब 50 लाख रुपये का खर्च होगा। इसके लिए शासन से अनुमति मिल गई है। जल्द ही यहां निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। यहां 15 दिन में मशीनें पहुंच जाएंगी। प्रेम रघु हॉस्पिटल परिसर में भी लगेगा प्लांट
शहर के आगरा रोड स्थित प्रेम रघु हॉस्पिटल परिसर में भी ऑक्सीजन का प्लांट लगाया जाएगा। इसकी लागत करीब 20 लाख रुपये आएगी। हॉस्पिटल के डायरेक्टर पीपी सिंह से प्रशासन ने वार्ता की है। अमरोहा की कंपनी से प्लांट लगाने का अनुबंध किया है। यहां प्रतिदिन करीब 25 सिलिडर रीफिल हो सकेंगे। इसकी मशीन एक सप्ताह में हाथरस में लगा दी जाएगी। इनका कहना है
कोविड संक्रमित मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए प्रशासन प्रयासरत है। फिलहाल प्रशासन अपने प्रयासों से औसतन 175 सिलिडर ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रहा है। भविष्य में कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए पहले से ही तैयारियां की जा रही हैं। एक महीने में ऑक्सीजन के तीनों प्लांट शुरू करा दिए जाएंगे।
-रमेश रंजन, डीएम हाथरस ऑक्सीजन बैंक को मिले 100 और सिलिडर
जासं, हाथरस : हाथरस के कारोबारियों की ओर से आपसी सहयोग कर शुरू की गई ऑक्सीजन बैंक में 100 सिलिडर और मंगाए गए हैं। कारोबारी आशीष बंसल ने बताया कि ऑक्सीजन बैंक में पहले 100 सिलिडर औरंगाबाद की एक कंपनी से मंगाए गए थे। इन सिलिडरों को जरूरतमंदों को वाजिब मूल्य पर दिया जा रहा है। सिलिडर के बदले में जमानत राशि जमा कराई जाती है। मरीजों के स्वजन के सिलिडर वापस करने पर जमानत राशि लौटा दी जाती है। अत्यधिक जरूरत को देखते हुए कोविड मरीजों के लिए 100 और सिलिडर मंगाए गए हैं। अब अहमदाबाद की कंपनी ने सिलिडर की आपूर्ति की है। इसमें कुछ और कारोबारियों ने सहयोग किया है। कारोबारी बांके बिहारी अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि सिलिडर ले जाने वाले लोग खाली सिलिडर समय से वापस करें ताकि उसे रीफिल कराकर अन्य लोगों की मदद की जा सके।