मलेरिया से बचने को रखें साफ-सफाई
सिकंदराराऊ हसायन सासनी क्षेत्र हाईरिस्क जोन में शामिल मलेरिया दिवस आज -स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों का जागरूक किया जाएगा -मछर काटने के 7-8 दिन बाद दिखाई देते हैं मलेरिया के लक्षण
जासं, हाथरस : मलेरिया को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। यह एनोफिलीज नामक मच्छर से फैलता है। यह मच्छर प्राय: जमा पानी में पनपता है। जिले के सिकंदराराऊ, हसायन, सासनी हाईरिस्क जोन हैं, क्योंकि यहां पर धान की अधिक पैदावार होती है। गुरुवार को विश्व मलेरिया दिवस पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों का जागरूक किया जाएगा।
मलेरिया कई बार काफी घातक सिद्ध होता है। इसके कारण लोगों को जान तक गंवानी पड़ जाती है। इसकी रोकथाम के लिए बेहतर प्रयास जरूरी हैं। सहायक मलेरिया अधिकारी एसपी गौतम ने बताया कि मलेरिया दिवस पर 25 अप्रैल को गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। गोष्ठी के माध्यम से मलेरिया से बचाव के तरीके बताए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मलेरिया के प्रकोप से बचने के लिए घरों के आसपास साफ-सफाई रखनी चाहिए। घरों के आसपास पानी जमा न होने दें। मलेरिया के लक्षण :
मच्छर काटने के कम से कम 7-8 दिन बाद इसके लक्षण दिखाई देते हैं। ये लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि आप इसे फ्लू समझ लेते हैं, लेकिन इस तरह के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत चेकअप करवाना चाहिए। ज्यादा तेज सिर दर्द, उल्टी व दस्त, ठंड लगना, नाक से खून निकलना, हाथ-पैर में कंपकंपी, बार-बार प्यास लगना, कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द, 24 घंटे में एक समय बुखार आना और उतरना। मलेरिया से ऐसे करें बचाव
इसके मच्छर गंदगी और कई दिन से जमा पानी में ही पनपते हैं। इसलिए घर के आसपास सफाई रखें। कूलर, गमले की हर सप्ताह सफाई करें, घर के बाहर पड़े पुराने टायरों में पानी एकत्रित न होने दें। घर के आसपास भी पानी एकत्रित न होने दें। घर में पीने के पानी को खुला न छोड़ें। खाने वाली चीजों को भी हमेशा ढककर रखें।