सादाबाद में आइटीबीपी जवान की पीटकर हत्या
गांव मढनई में रुपयों के लेन-देन में वारदात दो गिरफ्तार फसाद आलू खोदाई के पैसे मांगने पर दबंगों ने घेरकर पीटा पिता की हालत गंभीर पिता का आगरा में चल रहा उपचार सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
संवाद सूत्र, हाथरस : सादाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव मढनई में आलू खोदाई के पैसों के लेनदेन को लेकर दबंगों ने शुक्रवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के जवान और उसके परिवार के लोगों को घेरकर बुरी तरह पीटा, जिससे जवान की मौत हो गई जबकि पिता आगरा में भर्ती हैं। जवान की पत्नी ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें से दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
लाखन सिंह (45) पुत्र सौदान सिंह 128 बटालियन, आइटीबीपी रेवाड़ी (हरियाणा) में तैनात थे। 16 मार्च को छुट्टी पर गांव आए थे। सौदान सिंह तथा मां खेतों पर मजदूरी करते हैं। उन्होंने एक माह पहले 20 दिन के लिए जवान के चचेरे भाई सुभाष पुत्र वासुदेव के खेत पर आलू खोदाई का काम किया था। उसी के पैसे लेने लाखन सिंह, पिता सौदान सिंह और भाई रजनीकांत के साथ सुबह 11 बजे गए थे। पैसों को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। सुभाष पक्ष के लोगों ने जवान के परिवार को घेरकर डंडों से बुरी तरह पीटा। तीनों घायल हो गए। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने तीनों घायलों को सीएचसी पहुंचाया। गंभीर हालत में लाखन सिंह तथा सौदान सिंह को आगरा रेफर कर दिया गया, जहां शाम को लाखन की मौत हो गई। लाखन की पत्नी देवी ने सुभाष, महावीर, वासुदेव पुत्रगण सोनपाल, राजू, पवन, अंकुश, विमल पुत्रगण महावीर सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। महावीर और पवन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनका कहना है
आलू की खोदाई के लेनदेन को लेकर परिवार के लोगों से ही विवाद हुआ था। जवान की पत्नी ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया है। शेष आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-सिद्धार्थ वर्मा, एएसपी हाथरस। आइटीबीपी जवान की मौत से परिवार में मचा हाहाकार संसू, सादाबाद : गांव मढनई में शुक्रवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवान व उसके परिवार पर दबंगों ऐसा कहर टूटा कि पूरे परिवार में कोहराम मच गया। आलू खोदाई के पैसे मांगने पर जवान समेत तीन सदस्यों को घेरकर बुरी तरह पीटा गया। दबंगों के खौफ में कोई बचाने नहीं आया जिससे तीनों मरणासन्न हो गए थे। जब गांव में पुलिस पहुंची तब बाकी परिजन मौके पर गए और तीनों घायलों को अस्पताल ले गए।
आइटीबीपी जवान लाखन सिंह की मौत आगरा में उपचार के दौरान हुई, जबकि उनके पिता की हालत ठीक नहीं थी। परिवार के कुछ लोग आगरा में ही थे। जैसे ही जवान की मौत की जानकारी घर पहुंची, यहां हाहाकार मच गया।
अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले लाखन सिंह की वर्ष 2000 में भारत तिब्बत सीमा पुलिस में नौकरी लगी थी। इस समय वे रेवाड़ी में तैनात थे। वहीं से 16 मार्च को एक माह की छुट्टी पर गांव आए थे। 15 अप्रैल को ही उन्हें ड्यूटी ज्वाइन करनी थी, लेकिन शुक्रवार को हुए घटनाक्रम ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। लाखन सिंह के दो पुत्र तथा दो पुत्रियां हैं। अभी तक किसी की भी शादी नहीं हुई है। पिता की मौत से चारों बच्चे सदमे में आ गए हैं। घर परिवार नाते रिश्तेदार के लोग बच्चों को सांत्वना दे रहे थे। रुपयों के लेनदेन के विवाद में परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। पिता की हालत चिताजनक
लाखन सिंह के पिता सौदान सिंह की हालत भी चिताजनक बताई गई है। उनका उपचार आगरा में चल रहा है। पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। दो लोग गिरफ्तार भी किए गए हैं, मगर बाकी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े।