जर्जर विद्युत लाइन दे रही हादसों को न्योता
संवाद सहयोगी, हाथरस : जिले में जर्जर हाईटेंशन लाइनों की वजह से आए दिन हादसों में पशुओं व लोगों की मौत हो रही है। विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारी जर्जर लाइनों को सही नहीं करा रहे। एक बार फिर सिकंदराराऊ में हाईटेंशन करंट से दो युवकों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हैं।
संवाद सहयोगी, हाथरस : जिले में जर्जर हाईटेंशन लाइनों की वजह से आए दिन हादसों में पशुओं व लोगों की मौत हो रही है। विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारी जर्जर लाइनों को सही नहीं करा रहे। एक बार फिर सिकंदराराऊ में हाईटेंशन करंट से दो युवकों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हैं।
जिले में खेतों में जर्जर लाइनों के होने से हवा चलने पर ¨चगारी से किसानों का भारी नुकसान होता है। वहीं हाईटेंशन लाइन टूटकर गिरने से हादसे होते रहते हैं। पिछले साल करीब सोलह लोगों की मौत हाईटेंशन लाइन के करंट से हुई। कई पशुओं की मौत भी हुई। अधीक्षण अभियंता प्रदीप अग्रवाल के मुताबिक मुआवजा के लिए 44ए दुर्घटना फार्म भरा जाता है, जिसके बाद उसे विद्युत सुरक्षा विभाग को भेजा जाता है। संस्तुति जिलाधिकारी के स्तर से की जाती है। चार से पांच महीने का समय लगता है। जर्जर लाइनों को सही कराने के सवाल पर उन्होंने बताया समय-समय पर हाईटेंशन लाइनों को सही कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों के पास भेजा जाता है। जहां से स्वीकृति व बजट मिलने के बाद लाइनों को सही कराया जाता है। सिकंदराराऊ की घटना दुर्भाग्य पूर्ण है। मुआवजा दिलाने के लिए प्रक्रिया शुरू करा दी गई है।