गड्ढामुक्त अभियान को आईना दिखा रहा इगलास-सासनी मार्ग
सरकार की उदासीनता से बढ़ रही है लोगों की दिक्कतें ब्लर्ब- गड्ढे में सड़क या सड़क में गड्ढे समझ नहीं पा रहे ग्रामीण
संवाद सूत्र, हाथरस : योगी सरकार के गड्ढामुक्त अभियान का हाल देखना है तो इगलास-सासनी मार्ग पर जरूर आइए। हकीकत सामने आ जाएगी। यहां गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढे समझना मुश्किल है। क्षतिग्रस्त सड़क से रोजाना राहगीर व वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं। डीएम से व तहसील दिवस में ग्रामीणों के साथ ग्राम प्रधान ने भी शिकायतें की थीं जो फाइलों में दफन हैं।
इगलास से नगला गढू चौराहा तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य गत वर्ष पूरा हो चुका है, लेकिन नगला गढू चौराहे से सासनी चौराहे तक आज भी सड़क में काफी गहरे गड्ढे हैं। हालात इतने भयावह हैं कि पैदल राहगीरों का निकलना भी दुश्वार है। बिना बारिश के भी सड़क के गढ्डों में जलभराव रहता है। इस सड़क से गांव मोहरिया, छौंड़ा, गड़उआ, बसरोई, अलीपुर, हर्दपुर, नगला गढू, नगला लच्छी समेत 10 गांव की करीब 35000 हजार आबादी का आवागमन है। रोजाना ही ग्रामीणों को मंडी या बाजार में किसी कार्य के लिए आने-जाने में दिक्कतें उठानी पड़ती हैं। लोग चोटिल हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का इसपर कोई ध्यान नहीं है। इस उदासीनता से ग्रामीणों में आक्रोश भी है। वर्जन-
कई बार तहसील दिवस में शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। यदि शीघ्र निर्माण नहीं हुआ तो सड़क निर्माण के लिए आंदोलन शुरू किया जाएगा।
-बॉबी पाठक, ग्राम प्रधान मोहरिया गांव से रोजाना वकालत को जाना पड़ता है। सड़क में गड्ढों से बहुत दु:खी हूं। कई बार चोटिल भी हो चुका हूं। जनप्रतिनिधि सिर्फ वोट के लिए ही गांव में पहुंचते हैं।
-योगेश शर्मा, अधिवक्ता, निवासी, गांव मोहरिया
मैं खुद तीन माह पूर्व इस सड़क पर गिरने से घायल हो चुका हूं। हॉस्पिटल में भर्ती रहा था। समस्या के निस्तारण को डीएम से मिला, मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई निदान होता नहीं दिख रहा है।
अविनाश तिवारी, निवासी नगला गढू