छोड़ेंगे न हम तेरा साथ ओ साथी..
फ्रेंडशिप-डे जिदगी भर दोस्ती निभाने की खाई गईं कसमें नया दौर -बाों तथा युवाओं में दिखाई दिया फ्रेंडशिप-डे का क्रेज -एक दूसरे को बैंड बांधकर दोस्ती निभाने का किया वादा
संवाद सहयोगी, हाथरस : अगस्त के पहले रविवार को शहर में भी फ्रेंडशिप-डे का क्रेज दिखा। युवा पीढ़ी ने एक-दूसरे का साथ निभाने की कसमें खाईं। शाम को शहर के प्रमुख होटल व रेस्टोरेंट में कई दोस्तों ने मिलकर फ्रेंडशिप-डे को सेलीब्रेट किया।
वक्त के साथ दोस्ती के मायने भी बदलते रहे हैं, मगर दोस्ती की अहमियत हर दौर में रही है। एक अच्छा दोस्त परंपरागत पारिवारिक रिश्तों पर भी भारी पड़ जाता है। पहले जहां दोस्त एक साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताते थे, वहीं आज व्यस्तता भरी जिदगी में वॉट्सएप, फेसबुक और ट्विटर के जरिए एक दूसरे का हालचाल लेते हैं। फ्रेंडशिप-डे को हर उम्र के दोस्तों ने सोशल मीडिया पर सेलिब्रेट किया। इंटरनेट पर ही दोस्ती निभाने की कसमें खाई।
शाम को मनाई गई पार्टी :
फ्रेंडशिप-डे पर शहर के प्रमुख होटल व रेस्टोरेंट में पार्टी के सारे बंदोबस्त कर लिए गए थे। शाम होते ही सभी जगह मित्रों की टोली दिखाई दी। पार्टी मनाने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। सभी ने एक-दूसरे को फ्रेंडशिप बैंड बांधे।
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