घर-घर जाकर फिर से टीबी मरीज खोजेगा स्वास्थ्य विभाग
कवायद -जिला क्षय रोग विभाग की ओर से चलाया जा रहा है अभियान -जिले की संख्या के दस फीसद मरीजों का होगा रेंडमली चेकअप
जागरण संवाददाता, हाथरस: पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत टीबी की रोकथाम के लिए जिले में एक बार फिर से मरीजों का सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए 72 टीम लगाई हैं, जो कि जिले की दस फीसद आबादी का सर्वे कर उनकी टीबी की जांच करेंगी। अभियान में पाए जाने वाले मरीजों को टीबी अस्पताल से जोड़ा जाएगा, जिससे उन्हें स्वस्थ्य व समाज को टीबी मुक्त बनाया जा सके।
जिला क्षय रोग केंद्र पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एएस वशिष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 से 21 अक्टूबर तक यह सर्च अभियान चलाया जाना है, जिसमें नए केस तलाशे जाएंगे। इस अभियान को एक्टिव केस फाइंडिग नाम दिया गया है। अभियान के अंतर्गत 72 टीम बनाई गईं है। एक टीम में कुल तीन सदस्य बनाए गए हैं। इनमें हाथरस में 26, सादाबाद में 19, सिकंदराराऊ में 15 टीम, मुरसान व सासनी में छह-छह टीम बनाई गई हैं। एक दिन में एक टीम को 50 घरों के सत्यापन का लक्ष्य दिया गया है। इसमें जो टीबी रोगी पाए जाएंगे, उन्हें क्षय नियंत्रण कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। मरीजों के खुलवाए जाएंगे अकाउंट
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि एनपीवाई ( पोषण योजना) के तहत टीबी रोगियों का जब तक उपचार चलता है, उन्हें हर महीने पुष्टाहार के लिए पांच सौ रुपये दिए जाते हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में मरीजों का खाता खुलवाने का बीड़ा उठाया है। अब तक कई खाते खुलवाए जा चुके हैं। लगभग 750 मरीज हैं, जिनके खाते खुलने हैं। खाता खुलते ही पुष्टाहार का बकाया भी इन्हें दिया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि मार्च 2021 तक सादाबाद ब्लॉक को टीबी फ्री करने का लक्ष्य है। 2025 तक जिले को टीबी फ्री किया जाने का लक्ष्य है।