मक्का व बाजरा की फसल से अटी पड़ी अनाज मंडी
बाजरा और मक्का की अधिक आवक होने से अनाज मंडियां अटी पड़ी हैं।
जागरण संवाददाता,हाथरस: बाजरा और मक्का की अधिक आवक होने से अनाज मंडियां अटी पड़ी हैं। दस दिन पहले तक जहां सन्नाटा पसरा हुआ था आज उसी अलीगढ़ रोड स्थित मंडी समिति में जगह-जगह ट्रैक्टर टाली व लोडर वाहनों के चलते जाम लग रहा है। मंडी में प्रतिदिन दोनों फसलों की करीब 12 हजार क्विटल में आवक हो रही है। कीमत कम रहने से किसान मायूस दिख रहे हैं।
दस दिन पूर्व अलीगढ़ रोड स्थित मंडी समिति में फसलों की आवक नहीं होने से सन्नाटा पसरा हुआ था। आज उसी मंडी में पैर रखने को जगह नहीं है। मक्का व बाजरा की फसलों से मंडी परिसर अटे पड़े हैं। दुकानों में जगह नहीं होने से सड़कों के सहारे कांटे लगाकर तोलाई हो रही है। पल्लेदारों को भी रोजगार मिल रहा है। चाट पकोड़ी की दुकानें व खान पान के ठेला पर भी खूब भीड़ दिख रही है। चहल-पहल के चलते मंडी परिसर गुलजार दिख रहा है। मंडी सचिव यशपाल सिंह ने बताया कि मंडी में बाजरा व मक्का की फसल प्रतिदिन करीब 12 हजार क्विटल तक आवक हो रही है।
रेट कम होने से मायूस दिख रहे किसान
मंडी में मंगलवार को गीली मक्का 1200 रुपये व सूखी 1700 रुपये प्रति क्विटल बिकी। वहीं, बाजरा गीला 1800 व सूखा 2200 रुपये प्रति क्विटल तक बिका। पिछले साल मक्का 1500 व बाजरा 1400 रुपये प्रति क्विटल तक बिका था। किसान बताते हैं कि इस बार पैदावार कम हुई है। उसके अनुसार फसलों की कीमत नहीं मिल रही। कीमत कम होने से किसान मायूस हैं।
वाहनों के चलते लग रहा जाम
मंडी समिति में सिकंदराराऊ, सासनी, सादाबाद क्षेत्रों के गांव से काफी संख्या में मक्का व बाजरा की फसल आ रही हैं। काफी संख्या में ट्रैक्टर-ट्राली व लोडर आने से सड़कों पर जाम लग रहा है। इसके चलते रास्ता भी निकल रहा है। मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर मंडी में सभी सड़कों पर जाम के चलते राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों के बोल
इस बार मक्का की फसल की पैदावार कम हुई। उसके बाद भी मंडी में उचित कीमत नहीं मिल पा रही है। इससे लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है।
- मनीष, किसान भोपतपुर
मंडी में मक्का व बाजरा लेकर आए हैं। फसल बिक चुकी है। कीमत सही नहीं मिली। पिछली बार भी कीमत कम रही थी। इस बार भी किसानों को निराश होना पड़ा है।
- विपिन कुमार, किसान नगला अडु