वसंत पंचमी पर पीत वस्त्र धारण करेंगे भगवान
आज शहर में जगह-जगह रखी जाएंगी होलिकाएं 60 स्थानों पर होता होलिका दहन आयोजन -बुधवार से शुरू हो गया शुभमुहुर्त मां शारदा की पूजा भी होगी पूजा जा करने वालों के लिए पीत वस्त्र पहनना अधिक लाभप्रद
संवाद सहयोगी, हाथरस : वसंत पंचमी का पर्व श्रद्धा व उल्लास के गुरुवार को मनाया जाएगा। इस मौके पर मंदिरों में भगवान पीले वस्त्र धारण करेंगे। साथ ही मां शारदा की पूजा अर्चना भी होगी। निर्धारित स्थानों पर होलिका रखी जाएगी। होलिका रखने के लिए शुभ मुहुर्त बुधवार से ही शुरू हो गया था। शहर में करीब 60 से अधिक स्थानों पर होलिका दहन किया जाता है।
माघ शुक्ल पंचमी के दिन श्री पंचमी की पूजा होती है। होली पर्व की शुरुआत भी इसी दिन से जाती है। साथ ही होलिका रखना शुरू हो जाता है। स्थलों की साफ-सफाई करने के साथ वहां पर पूजा-अर्चना करते हुए लकड़ी रखकर होलिका रख दी जाती है। इसके बाद इस स्थान पर धीरे-धीरे लकड़ियां बढ़ाते हुए चलते हैं।
ज्योतिषाचार्य विश्वनाथ पुरोहित के अनुसार होलिका रखने लिए शुभ मुहुर्त की शुरुआत बुधवार को दिन में सुबह 10.45 बजे से लेकर गुरुवार को दोपहर 1.19 बजे तक बताया गया है। इस दिन घरों में भी श्री पंचमी की पूजा की जाती है। साथ ही मां सरस्वती की भी इस दिन पूजा होती है। इस पूजा में पीले फूल व भोग के लिए पीली मिठाई का प्रयोग किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार पूजा करने वालों के लिए पीत वस्त्र पहनना अधिक लाभप्रद रहता है।
----- श्रद्धा व उल्लास से मनाया बसंत पंचमी का पर्व संसू, सासनी : राधेश्याम स्वर्णकार सरस्वती शिशु मंदिर में बसंत पंचमी का पावन पर्व मनाया गया। मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर पुष्प अर्पित किए गए। स्कूल के छात्र छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस दौरान भारतीय संस्कृति में वसंत पंचमी के पावन पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला गया। खिचड़ी भोग लगाकर प्रसाद वितरित किया गया। पीत वस्त्र धारण करने का महत्व बताया गया। प्रधानाचार्य मनोज सारस्वत ने बताया कि आज के दिन से ब्रज क्षेत्र में होली का पावन पर्व शुरू हो जाता है। जगह जगह होली बृज की परंपरा के अनुरूप मनाई जाती है। इस मौके पर अनिल शर्मा, अनुराग शर्मा, गौरव शर्मा, हरीओम सिंह, नागेश तथा शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थे।