राम मंदिर वाले पत्थर से चमकेगा शहर का घंटाघर
सहेजने का प्रयास -शहर की शान घंटाघर का पालिका करा रही है जीर्णाेद्धार धनाभाव के चलते रुका हुआ है चार महीने से निर्माण कार्य।
संस, हाथरस: शहर के बीचोंबीच स्थित घंटाघर के जीर्णाेद्धार का कार्य नगर पालिका करा रही है। इसमें वंशी पहाड़ से मंगाए गए पत्थरों को लगाया जा रहा है। इसी तरह के पत्थरों को अयोध्या के राम मंदिर निर्माण में भी प्रयोग किया जा रहा है।
शहर का घंटाघर 100 साल से अधिक पुरानी एक एतिहासिक इमारत है। इसे सहेजने के लिए नगर पालिका इसका सुंदरीकरण करा रही है। एक करोड़ की लागत से हो रहा सुंदरीकरण
घंटाघर के जीर्णाेद्धार के लिए इसका 10 मीटर नीचे से फाउंडेशन इंजक्टेड किया गया है। इससे इस इमारत को मजबूती मिलेगी। वहीं इसके नीचे बनी दुकानों को तोड़कर आधार को मजबूत किया गया है। इसका सुंदरीकरण करीब एक करोड़ की लागत से किया जा रहा है।
200 साल बरकरार रहेगी घंटाघर की चमक
घंटाघर को चमकाने के लिए इस पर राजस्थान के वंशी पहाड़पुर से 18 हजार घन फुट पत्थर मंगाया गया है। यही पत्थर अयोध्या के राम मंदिर में भी लगाया जा रहा है। इस पत्थर के लगने से घंटाघर की चमक करीब दो सौ साल तक बरकरार रहेगी। इस पत्थर को लगाने व नक्काशी करने के लिए कारीगर भी राजस्थान से बुलाए गए हैं। अत्याधुनिक मशीनों की मदद से अब पत्थरों पर नक्काशी पहले से आसान हो गई है। इनका कहना है-
शहर में घंटाघर के जीर्णोद्धार का कार्य डेढ़ वर्ष से चल रहा है। अब राजस्थान से मंगाए गए पत्थरों पर नक्काशी का कार्य चल रहा है। इसी से विलंब हो रहा है। जल्द ही नए रूप में घंटाघर का भवन लोगों को देखने के लिए मिलेगा।
- आशीष शर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष