पूर्व मंत्री को मिला धमकी भरा खत
मुकदमा वापस न लेने पर रामवीर के बेटे को बम से उड़ाने की धमकी मैनपुरी से भेजा गया रजिस्टर्ड डाक के जरिए खत कोतवाली सदर में दी गई तहरीरपुलिस जुटी छानबीन में।
जासं, हाथरस : पूर्व मंत्री व सादाबाद विधायक रामवीर उपाध्याय को धमकी भरा पत्र मिला है। इसमें मुकदमा वापस लेने और गवाही न देने की बात कहते हुए बेटे चिराग को अत्याधुनिक हथियारों व बम से उड़ा देने की धमकी दी है। इस पत्र से स्वजन डरे व सहमे नजर आ रहे हैं। इस मामले में उनके निजी सचिव ने कोतवाली सदर में तहरीर दी है।
मंगलवार को कोतवाली सदर में पूर्व मंत्री के निजी सचिव रानू पंडित ने तहरीर देते हुए कहा है कि आगरा रोड स्थित आवास पर मंगलवार को भारतीय डाक से यह पत्र आया। इस पत्र को आवास पर कार्यरत विवेक शर्मा ने प्राप्त किया। यह लिफाफा उन्होंने खोला तो उसमें धमकी थी, जो मैनपुरी के जगवीर सिंह पुत्र भोले सिंह के नाम से भेजा गया है। पत्र में अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया है।
रानू पंडित ने इस संबंध में कोतवाली सदर में तहरीर दी है। पुलिस छानबीन में जुट गई है। जगवीर सिंह नामक युवक की तलाश की जा रही है। इधर पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय ने अपने आवास पर इंस्पेक्टर सदर कोतवाली अरविद राठी से मुलाकात की। उन्होंने इस पत्र के बारे में उन्हें पूरी जानकारी देते हुए पत्र को भेजने के वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।
धमकी भरे पत्र में
रामवीर उपाध्याय को संबोधित पत्र में पूर्व विधायक देवेंद्र अग्रवाल का नाम लेकर कहा है कि उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराके बहुत बड़ी गलती की है। कई बार समझाने का काम किया। वर्ष 2017 में चुनाव के दौरान हुए हमले में मारे गए बसपा कार्यकर्ता पुष्पेंद्र शर्मा का जिक्र करते कहा है कि उस दौरान तो बच गए लेकिन अबके चिराग को अत्याधुनिक हथियारों और बम से गाड़ियों सहित उड़ा देंगे। पत्र में और भी बहुत कुछ है मगर काफी अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है। पत्र भेजने वाले का नाम जगवीर सिंह पुत्र भोले सिंह निवासी मैनपुरी है।
इनका कहना है
यह सिर्फ सुरक्षा के लिए किया गया नाटक है। इन लोगों ने इस मामले में हमारे परिवार को झूठा जेल भिजवाया। हकीकत सभी जानते है। इस पत्र से मेरा कोई लेना देना नहीं है। मुझे बदनाम किया जा रहा है। पूरे मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए, ताकि पूरी सत्यता स्पष्ट हो सके।
-देवेंद्र अग्रवाल, पूर्व विधायक
सपा, सादाबाद पूर्व मंत्री को मिले धमकी भरे पत्र के बारे में अभी कोई अभियोग दर्ज नहीं हुआ है। मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन की जा रही है।
-अरविद राठी, कोतवाली सदर