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भाई-बहन समेत पांच की बुखार से मौत

बनारसीपुर में सगे भाई बहन और शहर में झोलाछाप के यहां भर्ती व्यक्ति ने दम तोड़ा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 04:07 AM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 04:07 AM (IST)
भाई-बहन समेत पांच की बुखार से मौत
भाई-बहन समेत पांच की बुखार से मौत

जागरण टीम, हाथरस : बुखार और डेंगू का कहर थम नहीं रहा है। रविवार को सादाबाद के बनारसी पुर के सगे भाई-बहन की आगरा में उपचार के दौरान मौत हो गई। हाथरस जंक्शन कस्बे में एक महिला व गांव जोगिया में व्यक्ति की बुखार से मौत हो गई। वहीं मंगलायतन विश्वविद्यालय के शिक्षक की अलीगढ़ में उपचार के दौरान मौत हो गई। कुरसंडा सहित कई गांवों में हालात खराब होते जा रहे हैं।

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कुरसंडा के साथ दिसावर, बहादुरपुर कलां, बनारसी पुर में बुखार से बुरा हाल है। घर-घर मरीजों की चारपाई पड़ी हुई है। शनिवार की शाम को बनारसी पुर निवासी बीडी सिंह की आठ वर्षीय पुत्री खुशी तथा पांच वर्षीय पुत्र मनीष की बुखार से मौत हो गई। दोनों बच्चों का उपचार आगरा के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। गांव जोगिया निवासी 30 वर्षीय जयशंकर भारती का उपचार शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। रविवार सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने पर युवक की मौत हो गई। हाथरस जंक्शन कस्बे के बहादुरपुर वाली गली निवासी 30 वर्षीय सुमन देवी की निजी अस्पताल में बुखार के चलते मौत हो जाने से परिवार में हाहाकार मच गया।

बुखार पीड़ित शिक्षक ने दम तोड़ा

कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के नवल नगर निवासी विशाल मंगलायतन यूनिवर्सिटी में शिक्षक थे। तबीयत खराब होने पर स्वजन उन्हें अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल में ले गए थे, जहां उपचार के दौरान शिक्षक की मौत हो गई। इससे परिवार में हाहाकार मच गया। बिसावर में बिगड़े हालात

बिसावर कस्बे में बुखार से भयावह स्थिति है। लगभग एक हफ्ते से अस्पताल व झोलाछापों के क्लीनिक मरीजों से भरे पड़े हैं। बिसावर के झोलाछापों के यहां सुबह से शाम तक सैकड़ों मरीजों को ड्रिप लगाई जाती है। बिसावर के ज्यादातर मरीज आगरा, मथुरा के निजी अस्पतालों में इलाज के लिए जाने को बेबस हैं। कस्बे के सात वर्षीय गौरव, 27 वर्षीय उदय सिंह, 06 वर्षीय अनु, 16 वर्षीय मनीष बुखार से पीड़ित है। क्षेत्र के गांव बहादुरपुर भूप में पीसीएस अधिकारी योगेंद्र सोलंकी जो इस समय वाणिज्य कर अधिकारी हैं। वे स्वयं सादाबाद के एक निजी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं, जबकि उनके गांव की स्थिति खराब पड़ी हुई है। गांव में करीब दो दर्जन से अधिक मरीज बीमार पड़े हुए हैं। इसी प्रकार गांव कुरसंडा में भी मरीजों की स्थिति गंभीर होती जा रही है। गांव में 10 वर्षीय रुचि, 14 वर्षीय निशांत, 13 वर्षीय तनिष्का, 15 वर्षीय विशाल 15 वर्ष के अलावा अन्य मरीज बुखार तथा डेंगू से पीड़ित हैं। इनका उपचार आगरा तथा खंदौली के अस्पतालों में चल रहा है लगातार लगवाए जा रहे शिविर

स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांवों में लगातार शिविर लगाए जा रहे हैं। सासनी के गांव हडौली में शिविर लगाकर दवाइयों का वितरण कराया गया। साथ ही 20 लोगों की मलेरिया और डेंगू की जांच के लिए सैंपल लिए गए। नगला मनी सहित कछपुरा आदि गांवों में शिविर लगाए गए। कीटनाशक का कराया छिड़काव

सहपऊ कस्बे में नगर पंचायत ने मच्छर एवं लार्वा मारने की दवा का छिड़काव कराया गया। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप एवं उससे फैलने वाली बीमारियों को देखते हुए कस्बे के सभी लोगों ने मच्छर एवं लार्वा मारने की दवा के छिड़काव की मांग कर रहे थे। नगर पंचायत अध्यक्ष विपिन वशिष्ठ ने बताया कि क्षेत्र के साथ-साथ कस्बे में भी बीमार मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसके लिए नगर पंचायत ने पहले भी कई बार मच्छर मारने की दवा का छिड़काव कराया था। लोगों ने एक बार फिर दवा के छिड़काव करने के लिए कहा था। रविवार को कस्बे के मुख्य मार्गो पर दवा का छिड़काव कराया गया। सोमवार एवं अन्य दिनों में कस्बे की छोटी गलियों में छोटी मशीन से छिड़काव कराया जाएगा। इनकी सुनो

बुखार से हुई मौतों की जानकारी मिली है। मृतकों की चिकित्सकीय रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मौत के कारण क्या रहे।

डा.चंद्रमोहन चतुर्वेदी, सीएमओ, हाथरस।


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