शिक्षिका के फर्जीवाड़े की जांच दो बीईओ को सौंपी
संवाद सहयोगी, हाथरस : पूर्व माध्यमिक विद्यालय कथरिया की सहायक अध्यापिका के फर्जी जाति प्रमाण
संवाद सहयोगी, हाथरस : पूर्व माध्यमिक विद्यालय कथरिया की सहायक अध्यापिका के फर्जी जाति प्रमाणपत्र की जांच जहां एसडीएम से कराई जा रही है, वहीं उसे निलंबित कर दो खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच सौंपी गई है।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कथरिया में तैनात सहायक अध्यापिका सरस्वती देवी पत्नी महेश कुमार शर्मा ने कथित तौर पर मर चुकी सहेली सत्यवती देवी पुत्री करन ¨सह के प्रमाण पत्रों के जरिए एक फरवरी 1996 में सहायक अध्यापिका के पद पर नौकरी हासिल की थी। इसकी शिकायत एटा निवासी हरदयाल यादव तथा सादाबाद के जंगला निवासी अमर ¨सह ने की थी। गुरुवार को बीएसए रेखा सुमन ने गांव नया नगला में टीम भेजकर पड़ताल कराई, तब इसका खुलासा हुआ। इस मामले की जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी सासनी अखिलेश यादव व मुरसान खंड शिक्षा अधिकारी पवन कुमारी को जिम्मेदारी सौपी है। निलंबित शिक्षिका को नगर क्षेत्र के कार्यालय से अटैच किया है।
मामला उजागर होने के बाद अब शिक्षिका विद्यालय नहीं पहुंच रही। शुक्रवार को विद्यालय में अजीब सी खामोशी थी। शिक्षक चकित रह गए। बीस मार्च से सहायक अध्यापिका विद्यालय नहीं पहुंच रही थी।
बताया जाता है कि सहायक अध्यापिका ने नौकरी के वक्त जो जाति प्रमाण पत्र लगाया था उसमें सरस्वती देवी पुत्री करन ¨सह निवासी आवास विकास कॉलोनी दर्ज है, जबकि सहायक अध्यापिका मधुगढ़ी क्षेत्र की रहने वाली है। बीएसए रेखा सुमन ने एसडीएम सदर को पत्र लिखकर उसके जाति प्रमाण पत्र की जांच कराने की मांग की है। सहायक अध्यापिका का रिटायरमेंट इसी 31 मार्च को होना है।