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ट्रेन से उतरते समय युवक के धक्के से गिरे बुजुर्ग

20 मिनट तक ट्रेनों के बीच तड़पते रहे घायल बुजुर्ग लापरवाही -सूचना पर पहुंची जीआरपी ने कराया अस्पताल में भर्ती -स्टेशन पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था न होने से फजीहत

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 01:04 AM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 01:04 AM (IST)
ट्रेन से उतरते समय युवक के धक्के से गिरे बुजुर्ग
ट्रेन से उतरते समय युवक के धक्के से गिरे बुजुर्ग

जागरण संवाददाता, हाथरस : मंगलवार को कासगंज से मथुरा जा रही पैसेंजर ट्रेन में गेट पर खड़े बुजुर्ग यात्री को उतरने के दौरान किसी युवक ने धक्का देकर गिरा दिया। वे 20 मिनट तक रेलवे टै्रक के किनारे तड़पते रहे, लेकिन उन्हें प्राथमिक उपचार तक नहीं मिल सका। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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फर्रूखाबाद के नगला खांड थाना कंपिल निवासी रघुवीर ¨सह (58) पुत्र गंगा किशन फर्रूखाबाद से हाथरस किसी काम से आए थे। ट्रेन में अधिक भीड़ के कारण वह स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने से पूर्व ही गेट पर आ गए। ट्रेन के स्टेशन एरिया में प्रवेश करते ही गेट पर खड़े अन्य यात्रियों ने उतरने की हड़बड़ी में बुजुर्ग को धक्का दे दिया। घुटनों के बल गिरे बुजुर्ग के पैर में रेल पटरी पर पड़ी गिट्टी घुस गईं। धक्का देने वाला यात्री भाग गया।

घटना के 20 मिनट बाद सूचना पाकर स्टेशन मास्टर ऑफिस से पहुंचे स्टाफ के पास मौजूद फ‌र्स्ट एड बॉक्स में बीटाडीन ट्यूब व घाव साफ करने के लिए डेटॉल भी मौजूद नहीं था। बाद में जीआरपी थाना प्रभारी राजू राजौरा ने सक्रियता दिखाई और बुजुर्ग यात्री को एक सिपाही की सहायता से जिला अस्पताल में भर्ती कराया। शुरू में बुजुर्ग यात्री को ट्रेने से फेंके जाने की बात उड़ाई गई थी, मगर बाद में स्थिति स्पष्ट हो गई।

जा सकती थी जान

हाथरस सिटी स्टेशन के निर्माणाधीन प्लेटफार्म दो पर ट्रेनों को रोका जाना यात्रियों के लिए खतरनाक है। एक ओर प्लेटफार्म न होने से रोजाना एक दो यात्री उतरने के दौरान चोटिल होते हैं। उतरने में सर्वाधिक दिक्कतें बुजुर्ग व बच्चों को होती है। मंगलवार को भी बुजुर्ग के साथ जिस समय हादसा हुआ उस समय दूसरी ओर से कासगंज जाने वाली ट्रेन आकर खड़ी हुई थी। दोनों दिशाओं में ट्रेन एक साथ आईं होती तो बुजुर्ग यात्री की ट्रेन की चपेट में आने से जान भी जा सकती थी। वर्जन-

फ‌र्स्ट एड की व्यवस्था स्टेशन मास्टर कार्यालय में रहती है। किस वजह से प्राथमिक उपचार बुजुर्ग को नहीं मिला इसका स्पष्टीकरण स्थानीय अफसरों से लिया जाएगा।

-राजेंद्र प्रसाद, जनसंपर्क अधिकारी, रेलवे


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