गाड़ी के कारण हुआ था तालेवर व लक्ष्मण में विवाद
पांच महीने पहले दर्ज कराया गया था मुकदमा, पुलिस ने जब्त कर ली थी कार अदावत की आंच आपराधिक बैकग्राउंड के बावजूद आरोपित पर लाइसेंसी रिवाल्वर पुलिस ने रातभर पूछताछ की, तालेवर ने जुर्म नहीं कबूला है
जागरण संवाददाता, हाथरस : कोतवाली हाथरस गेट में खड़ी सफेद रंग की एक्सयूवी गाड़ी के कारण ही लक्ष्मण पहलवान व तालेवर में ठनी थी। दोनों आगरा में प्रॉपर्टी डी¨लग के काम से जुड़े थे। इसलिए एक-दूसरे के संपर्क में थे। तालेवर के जेल में रहने के बाद एक्सयूवी लक्ष्मण के नाम हो गई थी। बस यहीं से विवाद की शुरुआत हुई। लक्ष्मण ने पांच महीने पहले कोतवाली हाथरस गेट में ही तालेवर के खिलाफ गबन की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
तालेवर ¨सह पुत्र एदल ¨सह निवासी जारुआ, मलपुरा (आगरा) की शाहगंज में भी कोठी है। शाहगंज में ही लक्ष्मण पहलवान का भी घर है। पिछले कई साल से दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे। तालेवर से मुकदमेबाजी थी, सो उसके हत्याकांड में शामिल होने की बात पर पुलिस को यकीन है। इसके अलावा मृतक के बड़े भाई सुरेंद्र ¨सह ने खुद को चश्मदीद बताते हुए भोला व तालेवर सहित छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। हाथरस गेट पुलिस ने शुक्रवार रात दस बजे तालेवर को टुकसान के पास से गिरफ्तार किया। उसके पास से वैगनआर कार व लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद की गई। दोनों ही चीजें हत्या में प्रयुक्त नहीं हुई हैं। दोनों शवों से एक भी रिवाल्वर की गोली बरामद नहीं हुई है। फिलहाल पुलिस ने रिवाल्वर व कारतूस जब्त कर कोर्ट में पेश किए हैं। पुलिस ने रातभर आरोपित से पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार तालेवर ने अपना जुर्म कबूल नहीं किया है। उसका व उसके परिजनों का दावा है कि घटना वाले दिन वह आगरा में अपने घर पर था। नामजदगी होने के कारण पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 में तालेवर किसी मामले में जेल में था। इसके कुछ महीने बाद तालेवर की सफेद रंग एक्सयूवी लक्ष्मण ने ले ली थी। लक्ष्मण का दावा था कि गाड़ी उसने खरीद ली है। आरसी भी उसके नाम की थी तथा आगरा एआरटीओ से एनओसी भी आ गई थी। छह महीने पहले तालेवर एक्सयूवी को अपनी बताते हुए आगरा ले गया था। इस पर लक्ष्मण पहलवान ने कोतवाली हाथरस गेट में तालेवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था तथा गाड़ी को पुलिस की मदद से हाथरस ले आया था। तालेवर की ओर से भी प्रकरण में शिकायत की गई। मालिकाना हक को लेकर विवाद होने के कारण पुलिस ने गाड़ी थाने में ही खड़ी कर ली तथा रिलीज नहीं की। मामला कोर्ट में चल रहा था। नेताओं के दरवाजे पर पहुंचे पर परिजन
हाथरस : दोहरे हत्याकांड में तालेवर की नामजदगी को गलत ठहराते हुए परिजनों ने पुलिस महकमे के उच्च अधिकारियों से शिकायत की है। इसके अलावा शनिवार को वे नेताओं से भी मिले। परिजनों के मिलने पर बसपा नेता रामेश्वर उपाध्याय ने हाथरस गेट इंस्पेक्टर से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष कार्रवाई की बात कही है।