कर्ज के भुगतान से बचने के लिए रचा अपहरण का ड्रामा
-24 घंटे के अंदर कोतवाली पुलिस व सर्विलांस टीम ने उठाया पर्दा -महिला ने कोतवाली पहुंचकर की थी सहेली के अपहरण की शिकायत
जागरण संवाददाता, हाथरस : सहेली के परिवार समेत अपहरण की शिकायत लेकर रविवार देर रात कोतवाली पहुंची महिला की बात झूठी निकली। भाई से लिए पांच लाख रुपये न देने पड़े, इसके लिए महिला ने पूरा ड्रामा रचा। सर्विलांस टीम की मदद से 24 घंटे के अंदर महिला का झूठ पकड़ा गया। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।
रैवाड़पुरा, कमला बाजार की रहने वाले खुशबू पुत्री स्व. सुशील शर्मा रविवार रात शिकायत करने के लिए कोतवाली पहुंची थी। उसका कहना था कि उसकी सहेली अंकिता तिवारी व उसके पति आशू निवासी मुंबई कार से उनके घर आ रहे थे। रास्ते से वे लापता हो गए। अंकिता ने वाट्सएप के जरिए अपहरण की सूचना दी है तथा बच्चों को जान का खतरा बताया है। इस शिकायत पर पुलिस तत्काल हरकत में आई। खुशबू ने बताया कि अंकिता उसके पांच लाख रुपये व कार देने हाथरस आ रही थी। खुशबू ने अंकिता व आशू के तीन नंबर पुलिस को उपलब्ध कराए। पुलिस ने सोमवार को जब छानबीन की तो स्थिति स्पष्ट हो गई। तीन में से दो मोबाइल नंबर खुशबू की मां प्रभा के नाम निकले, जो कि शनिवार शाम को ही खरीदे गए थे। अपने परिचित के मोबाइल में सिम डालकर उससे वाट्सएप पर संदेश खुद खुशबू ने ही भेजा था और यह दिखाया कि अंकिता की तरफ से मैसेज आया है।
आशू का मोबाइल नंबर फातिमा पत्नी मोहम्मद सद्दीक निवासी नागौर, राजस्थान के नाम निकला। सीओ सिटी सुमन कनौजिया के अनुसार छानबीन में पता चला कि खुशबू ही फातिमा है तथा उसने तीन साल पहले सद्दीक से शादी कर अपना नाम बदला था, लेकिन अब उससे महिला का विवाद चल रहा है। सीओ ने बताया कि इसके बाद कड़ाई से हुई पूछताछ में खुशबू ने बताया कि उसने भाई से पांच लाख रुपये लिए थे। रुपये न देने पड़ें इसलिए यह ड्रामा रचा। सीओ ने बताया कि मुकदमा दर्ज न होने के कारण महिला को हिदायत देकर छोड़ा गया है।