भाजपा छोड़ बसपा में शामिल हुए डा. अविन
विधानसभा चुनाव से पहले लंबे समय से भाजपा से जुड़े रहे डा. अविन शर्मा ने शनिवार को बसपा का दामन थाम लिया।
जासं, हाथरस : विधानसभा चुनाव से पहले लंबे समय से भाजपा से जुड़े रहे डा. अविन शर्मा ने शनिवार को लखनऊ में कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बसपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। जिला पंचायत चुनाव में वार्ड 14 से भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर डा. अविन शर्मा बागी हो गए थे। इसी वार्ड से रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय ने जीत दर्ज की थी।
कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सदस्यता ग्रहण करने के बाद राष्ट्रीय महासचिव मुनकाद अली ने बुके देकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर अलीगढ़ के मुख्य सेक्टर प्रभारी सूरज सिंह जाटव, जिलाध्यक्ष महेश बाबू कुशवाहा, सेक्टर प्रभारी हुकुम सिंह, जिला सचिव प्रभारी राजकुमार उर्फ राजू वाल्मीकि की उपस्थिति में बसपा की सदस्यता ग्रहण की।
लंबे समय से जुड़े थे भाजपा से
डा. अविन लंबे समय से भाजपा से जुडे़ थे। भारतीय खाद्य निगम में सदस्य भी रहे। वह जिला पंचायत चुनाव के लिए वार्ड नंबर 14 से पत्नी क्षमा शर्मा के लिए टिकट मांग रहे थे। ऐन वक्त पर उनकी टिकट कट गई। बसपा के पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के छोटे भाई पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय की पत्नी ऋतु उपाध्याय को इस वार्ड से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। इसके बाद डा. अविन ने पत्नी को इस वार्ड से निर्दलीय मैदान में उतार दिया था। इधर, रामवीर उपाध्याय ने अपनी पत्नी पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय को निर्दलीय पर्चा भरवाकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया था। चुनाव की पूर्व संध्या पर 14 अप्रैल को डा. अविन शर्मा, उनकी पत्नी क्षमा शर्मा, रामवीर के बेटे चिराग उपाध्याय समेत 11 लोगों को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था। देवरानी-जेठानी आमने-सामने होने पर हर किसी की निगाह इस सीट पर बनी रही। इस सीट पर रामवीर उपाध्याय की पत्नी ने जीत दर्ज की थी। डा. अविन शर्मा की पत्नी क्षमा शर्मा दूसरे नंबर पर रही थीं। बाद में सीमा उपाध्याय भाजपा की सदस्यता लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई थीं। चुनाव के बाद डा. अविन शर्मा, क्षमा शर्मा समेत सभी 11 लोगों की भाजपा में वापसी हो गई थी।