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दीपावली की भेंट चढ़े तीन करोड़ के पटाखे

जिले में जारी हुए 175 लाइसेंस, खूब बिकी आतिशबाजी ब्लर्ब- हाथरस शहर के ही करीब 40 लाइसेंस धारकों ने बेची करीब 60 लाख की आतिशबाजी

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 12:35 AM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 12:35 AM (IST)
दीपावली की भेंट चढ़े  तीन करोड़ के पटाखे
दीपावली की भेंट चढ़े तीन करोड़ के पटाखे

जासं, हाथरस : धूमधड़ाके के त्योहार दीपावली पर आतिशबाजी की भी खूब बिक्री हुई। आतिशबाजी विक्रेताओं ने त्योहार पर खूब चांदी काटी। अनुमान है कि पूरे जनपद में करीब तीन करोड़ रुपये की आतिशबाजी हुई।

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स्थानीय प्रशासन ने इस वर्ष 175 अस्थाई लाइसेंस जारी किए थे। हाथरस शहर में बागला कॉलेज के ग्राउंड पर पटाखों की दुकानें लगाई गई थीं। कुछ इलाकों में चोरी छिपे भी लोगों ने आतिशबाजी की बिक्री की। हाथरस में 40 लाइसेंस धारकों ने दुकानें लगाई थीं। शेष 135 लाइसेंस सादाबाद, सासनी और सिकंदराराऊ तहसील क्षेत्र के दुकानदारों को जारी किए गए थे। सोमवार को पटाखों की दुकान पर बहुत ज्यादा भीड़ नहीं थी। मंगलवार से पटाखा बिकने शुरू हुए. यह सिलसिला बुधवार की शाम तक जारी रहा। हाथरस शहर में ही करीब 60 से 70 लाख रुपये का कारोबार हुआ है। एनसीआर में प्रतिबंध का पड़ा असर

हाथरस शहर पटाखों की बिक्री को बड़ा केंद्र बन गया है। आसपास के कई शहरों यहां से पटाखों की सप्लाई होती है। यहां से पूरे जिले के अलावा एटा, कासगंज, अलीगढ़, मथुरा, बुलंदशहर, खुर्जा, डिबाई आदि जगहों पर पटाखे जाते हैं। पटाखा कारोबारियों की मानें तो सुप्रीमकोर्ट के आदेश के चलते एनसीआर (बुलंदशहर, खुर्जा, डिबाई) में माल की सप्लाई नहीं हुई। इसके कारण कुछ कारोबार भी प्रभावित हुआ है।

इनका कहना है

इस बार पटाखों की अच्छी बिक्री हुई है। यहां से एनसीआर के कुछ हिस्सों से भी विक्रेता पटाखे लेने हाथरस आते हैं। एनसीआर में प्रतिबंध के कारण थोड़ा कारोबार जरूर प्रभावित हुआ है।

- अनुभव अग्रवाल, पटाखा कारोबारी, हाथरस

धरती के धमाकों से चमका आकाश

संवाद सहयोगी, हाथरस : दीपोत्सव पर श्रद्धा, आस्था और उमंग के साथ परंपराओं का अद्भुत संगम दिखा। दीपदान के साथ ही पटाखों की रंग बिरंगी रोशनी देखने लायक थी। धरती के धमाकों से पूरा आकाश चमक उठा। अमावस की अंधेरा मिट गया।

दीपोत्सव पर शाम होते ही लोगों में इस पर्व का उल्लास नजर आया। ऐसे में बच्चे हाथों में पटाखे लिए हर गली मोहल्लों में नजर आए। जमकर आतिशबाजी की गई। इस बार लोगों ने कम ध्वनि वाली और धुआं वाली आतिशबाजी खरीदी। बच्चों के साथ बड़े भी आतिशबाजी चलाते नजर आए। आधी रात तक जमकर खुशी का इजहार किया। आसमान रंगीन रोशनी और धमाकों से सराबोर नजर आया।


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