हर स्कूल में हो महिला शिक्षक की तैनाती
दैनिक जागरण के पाठक पैनल में हसायन के पांयदापुर घटना की ¨नदा की गई, एहतियाती कदम की मांग फिक्रमंद -निष्पक्ष जांच की मांग, दोषी पाए जाने पर शिक्षक को किया जाए दंडित -शिक्षकों पर अध्यापन के अलावा अन्य कार्यो का भार नहीं होना चाहिए
जागरण संवाददाता, हाथरस : शिक्षा के मंदिर पूर्व माध्यमिक विद्यालय पांयदापुर में छात्राओं के साथ हुई छेड़खानी की घटना ¨नदनीय है, मगर ऐसी घटनाएं दुबारा कहीं न हों, इसको लेकर दैनिक जागरण कार्यालय पर रविवार को पाठक पैनल का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षक, समाजसेवी व अधिवक्ताओं ने इस घटना की भर्त्सना करने के साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग भी की। प्रवुद्धजनों ने कहा कि हर स्कूल में कम से कम एक महिला शिक्षक जरूर हो। साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जाएं। शिक्षकों पर जो अतिरिक्त भार दे रखा है, उसे हटवाया जाए, ताकि वे पढ़ाई पर ठीक से ध्यान दे सकें।
वक्ताओं ने कहा कि स्कूल में ड्रेस बदलने का कोई भी प्रावधान नहीं है। उन्हें ड्रेस दे दी जाती है, ताकि वे अपने घर पर पहन कर देख सकें। यदि कहीं कोई कमी ड्रेस में हो तो उसे दूसरे दिन बदला जा सकता है। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा के मंदिरों को राजनीति से दूर रखा जाए। सरकार की जो भी योजनाएं संचालित की जा रही हैं, उसके लिए एनजीओ को जिम्मेदारी दी जाए। पांयदापुर प्रकरण में दोनों पक्षों की बात सुनी जाए। ये रहे मौजूद
परिचर्चा में यूटा के जिला महामंत्री राजन चड्ढा, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय महामंत्री रमेश चौधरी, ह्यूमन राइट्स काउंसिल के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वाष्र्णेय, राष्ट्रीय सदस्य देवेंद्र गोयल, पीएसपीएसए के मंडल अध्यक्ष सुनील शर्मा, ब्लाक अध्यक्ष यूटा सासनी विष्णु कुमार राजपूत, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय गौरव पचौरी, बागला इंटर कालेज के रसायन विज्ञान प्रवक्ता डॉ. मनोज शर्मा, पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंगचौली के हेड मास्टर अश्वनी शर्मा, पूर्व सचिव जिला बार एसोसिएशन अजय भारद्वाज, डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल आंधीवाल, सुसंकल्प क्लासेज के डायरेक्टर सुमित शर्मा, राजेंद्र लोहिया विद्यालय के प्रवक्ता प्रदीप गुप्ता, बाल कल्याण संरक्षण अधिकारी विमल शर्मा आदि मौजूद थे। इनका कहना है
स्कूल में छात्राओं के साथ इस प्रकार का कृत्य ¨नदनीय है। इसकी जांच में यदि शिक्षक दोषी पाया जाता है तो कठोर कार्रवाई हो। वरना झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने वालों के खिलाफ भी पुलिस को धारा 182 की कार्रवाई करते हुए उसकी पैरवी करनी चाहिए।
-अतुल आंधीवाल, एडवोकेट अध्यक्ष डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन आज शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों ही अति महत्वपूर्ण है। इन्हें ईमानदारी के साथ मुहैया कराया जाए। स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगें। स्कूलों में जो भी अधिकार है वे शिक्षक पर ही हों। किसी अन्य का इसमें हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।
-प्रवीन वाष्र्णेय, राष्ट्रीय महासचिव
ह्यूमन राइट्स काउंसिल पांयदापुर प्रकरण में शिकायत करने वाली प्रत्येक छात्रा की काउंस¨लग की जाए। शिक्षक दोषी पाया जाए तो कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि कोई बात हो तो कमेटी व हेड मास्टर के संज्ञान में होनी चाहिए।
-विमल कुमार शर्मा, बाल संरक्षण अधिकारी पहले गांव के लोग गुरुजी से नमस्कार करते थे, लेकिन आज उल्टा हो रहा है। गांव में घुसते ही लोगों से नमस्कार करनी पड़ती है। शिक्षक पर अनावश्यक रूप से अनेक बोझ डाला जा रहा है। शिक्षक को बिलकुल फ्री रखना चाहिए, ताकि वह शिक्षा पर ध्यान दे सके।
देवेंद्र गोयल, उद्यमी शिक्षक चरित्र निर्माण की आधारशिला है। आज लोगों को शिक्षक के प्रति अपनी सोच बदलनी होगी। वहीं इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह भी देखा जाए कि पूर्व में शिक्षक जहां तैनात रहा, उसका वहां कैसा व्यवहार रहा।
-रमेश चौधरी, मंडलीय महामंत्री, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ