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कानपुर गए किसान की संदिग्ध हालात में मौत

चार दिन पहले आलू बेचने दो लोगों के साथ गए थे दुखद -आढ़ती के यहां से रुपये लेने के बाद हो गए थे लापता -कानपुर की पुलिस ने उनके साथियों को हिरासत में लिया

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 01:46 AM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 01:46 AM (IST)
कानपुर गए किसान की  संदिग्ध हालात में मौत
कानपुर गए किसान की संदिग्ध हालात में मौत

जागरण संवाददाता, हाथरस : आलू बेचने के लिए कानपुर गए किसान का शव बुधवार दोपहर वहां की चकरपुर मंडी में मिला। सचेंडी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लिया तथा परिजनों को सूचना की। हत्या की आशंका जाहिर करने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। किसान के साथ गए दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हुई है। गुरुवार को परिजन शव लेकर हाथरस के लिए रवाना हुए।

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राजकुमार उर्फ भिल्ला (42) निवासी गांव महमूदपुर ब्राह्मणान (चंदपा) रविवार को आलू बेचने के लिए कानपुर स्थित चकरपुर मंडी के लिए निकले थे। परिजनों के अनुसार उनके साथ सादाबाद के गांव बहादुरपुर भूप के किसान इंदल सिंह व मैंबर सिंह भी गए थे। बुधवार की रात कानपुर के सचेंडी थाने की पुलिस ने राजकुमार के परिजनों को उनका शव मिलने की जानकारी दी। मौत की खबर मिलते ही परिवार के लोग सदमे में आ गए। वे आनन-फानन कानपुर के लिए रवाना हुए। वे देर रात कानपुर पहुंचे। शव देख चीख-पुकार मच गई। शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं था, लेकिन परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर की। वहां की पुलिस की छानबीन में पता चला कि किसान ने आलू बेच दिए थे तथा आढ़ती से डेढ़ लाख रुपये भी मिल गए थे। राजकुमार के परिजनों का आरोप है कि रुपये उनके पास नहीं मिले हैं। शक पर पुलिस ने साथ गए दोनों लोगों को हिरासत में ले लिया तथा पूछताछ की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत की वजह स्पष्ट नहीं हुई। इसलिए विसरा सुरक्षित किया गया है।

थाना सचेंडी इंस्पेक्टर राघवेंद्र सिंह ने बताया कि शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे और न ही पोस्टमार्टम में ऐसा कुछ मिला, जिससे हत्या की बात पुष्ट हो। दोनों लोगों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि राजकुमार की तबीयत खराब हुई थी। सीने में दर्द बता रहे थे। दवाई भी दिलाई थी, लेकिन अचानक उनकी मौत हो गई। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।

राजकुमार चार भाइयों में तीसरे नंबर के थे। उनकी शादी नहीं हुई थी। बड़े भाई दिल्ली में नौकरी करते हैं तथा उनसे छोटा बेंगलूरू रहता है। राजकुमार ही गांव में खेतीबाड़ी करते थे। शव लेकर थाने पहुंचे

परिजन, काटा हंगामा

जासं, हाथरस : कानपुर से किसान का शव लेकर परिजन गांव जाने की बजाय सीधे चंदपा थाने पहुंच गए। यहां शव रखकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की। परिजनों ने कानपुर पुलिस पर कोई कार्रवाई न करने तथा फटकार कर भगाने का आरोप लगाया। रात को परिजन दोबारा पीएम कराने तथा साथ गए लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे। मामला कानपुर का होने के कारण पुलिस बचने का प्रयास करती रही। इससे लोगों का आक्रोश बढ़ने लगा। रात तक पुलिस परिजनों को समझाने में लगी थी, जबकि परिजन कार्रवाई की मांग पर अडिग थे। गांव से साथ जाने की वजह से वे यहां मुकदमा दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। देर रात तक वे थाने पर बने रहे।

साथियों ने रात में पिलाई थी शराब

जासं, कानपुर : यहां जान गंवाने वाले चंदपा के राजकुमार के बहनोई अजय शर्मा ने बताया राजकुमार को उनके साथ गए इंदल और उसके भाई मैंबर ने मंगलवार को मंडी की नेशनल आलू कंपनी में माल बेचा। इंदल ने अपने खाते में रकम जमा करवा ली। इसकी जानकारी होने के बाद राजकुमार की इंदल से कहासुनी हो गई। बुधवार शाम को राजकुमार ने भतीजे सूरज को फोन कर घर लौटने की बात कही थी। उनका आरोप है कि बुधवार देर रात इंदल और मैंबर ने उन्हें शराब पिलाई। इस बीच लेनदेन को लेकर राजकुमार का दोनों से विवाद हुआ, जिसके बाद दोनों ने रुपये हड़पने के उद्देश्य से राजकुमार की हत्या कर उनका शव फेंक दिया।


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