घर बैठे मिल रही सीएससी की सुविधा
सिकंदराराऊ क्षेत्र में मोबाइल सीएससी शुरू सफलता मिलने पर जिलेभर में शुरू होगी सुविधा।
योगेश शर्मा, हाथरस : ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। राशन कार्ड, आधारकार्ड व आयुष्मान कार्ड के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं। सीएससी (कामन सर्विस सेंटर) अब घर पर ही आएगा। इसके लिए एक टेंपो में ही सीएससी तैयार की गई है। इससे बिजली का बिल, मोबाइल फोन रिचार्ज सहित सीएससी संबंधी सभी सुविधाएं मिलेंगीं। घर पर भी यह सुविधा मिलने से समय की बचत तो होगी ही, साथ ही इधर-उधर भटकने की समस्या का भी निदान हो जाएगा। इसके लिए सिकंदराराऊ के सीएससी संचालक पवन पुंढीर को मंजूरी मिल गई है। शुरुआत में सिकंदराराऊ से इसकी शुरुआत हो रही है। सफलता मिलने पर जिले की अन्य तहसील क्षेत्रों में भी मोबाइल सीएससी दौड़ती नजर आएंगी।
पवन पुंढीर और उनकी टीम ने टेंपो को सीएससी केंद्र के रूप में विकसित करते हुए इनोवेशन की दिशा में बेहतर कार्य किया है। इसमें लैपटाप, प्रिटर, फिगरप्रिट डिवाइस एवं अन्य दस्तावेजों को रखने के लिए एक आलमारी बनाई गई है। इसके साथ ही टेबल एवं बेंच भी टेपों में सेट किया गया है। इसे लेकर पवन पुंढीर की टीम अपने क्षेत्र के गांव में पहुंचकर लोगों को सरकार द्वारा प्रदत सरकारी सेवा की सुविधा प्रदान कर रही है। इसमें ही बैंकिग सुविधा भी दी जा रही है।
पवन पुंढीर ने बताया कि जब वे गांव में घूमते थे तो कई बूढ़े एवं असहाय लोगों को जनसेवा केंद्र तक आने में असमर्थ पाते थे। लोगों को पैसे के लेन देन में भी काफी परेशानी होती थी। कई जगह तो कार्य करवाने के लिए बिचौलिये हावी दिखाई दे रहे थे। बुजुर्गों की परेशानी देख उनके मन में ख्याल आया कि क्यों न ऐसे बुजुर्गों के पास जाकर ही सरकारी सुविधा का लाभ दिया जाए। इसी सोच पर उन्होंने एक पुराना टेंपो खरीदा और उसे अपने हिसाब से बनवाकर कंप्यूटर प्रिटर युक्त सीएससी केंद्र में कन्वर्ट किया और टेंपो में ही टेबल बेंच लेकर गांव पहुंच कर लोगों को सुविधा देने की शुरुआत की।
नई सोच से बेहतर लाभ :
सीएससी हाथरस के जिला प्रबंधक प्रदीप सिंह ने पवन पुंढीर की सोच को इनोवेशन की दिशा में अच्छी सोच बताते हुए इसकी तारिफ की। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से ग्रामीणों को घर में ई सेवा का लाभ मिलेगा। साथ ही साथ कई योजनाओं की जानकारी भी मिल पाएगी। प्रदीप ने कहा कि पवन पुंढीर की सोच को प्रोत्साहित करते हुए अब ई श्रम कार्ड भी लोगों का आसानी से बनाया जा सकेगा। हम अन्य सीएससी संचालकों को भी इस तरह गांव-गांव जाकर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।