गांवों में धधकने लगीं देशी शराब की भट्टियां
जासं हाथरस फरवरी में जहरीली शराब से सहारनपुर में 46 लोगों की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर डाला लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में जहरीली शराब की भट्टियां धधक रहीं है। चुनाव के समय पर आबकारी टीम सक्रिय होने का दावा कर रही है।
जासं, हाथरस : फरवरी में जहरीली शराब से सहारनपुर में 46 लोगों की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर डाला लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में जहरीली शराब की भट्टियां धधक रहीं है। चुनाव के समय पर आबकारी टीम सक्रिय होने का दावा कर रही है।
जनपद की सीमा से जुड़े कासगंज व एटा रोड के कई क्षेत्रों में कच्ची शराब चुनाव को लेकर तैयार की जा रही है। लाखों रुपये महीने का यह कारोबार अवैध तरीके से हो रहा है। जिससे इसका प्रयोग मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जा सके।
टीम ने पकड़ी कच्ची शराब: शनिवार को आबकारी विभाग की टीम ने 1000 लीटर लहन नष्ट कर 75 लीटर कच्ची शराब बरामद की।
मुखबिर से सूचना मिली कि सिकंदराराऊ के एटा व कासगंज रोड स्थित गिहार बस्ती में कई जगह देशी शराब की भट्टियां धधक रहीं है। आबकारी उपनिरीक्षक श्रीराम ने गांव में पुलिस टीम के साथ छापामार कार्रवाई की। मौके से मिली 1000 लीटर लहन को नष्ट कराया गया, जबकि कई क्षेत्रों से 75 लीटर कच्ची शराब बरामद की। यह कच्ची शराब तैयार करने के बाद जमीन में गाड़ी गई थी। जमीन खोदकर शराब निकाली गई।
जहरीले कैमिकल से बनाते हैं कच्ची शराब :
शराब में तमाम तरह के कैमिकल व गंदा पानी डालकर लहन तैयार किया जाता है। नशा अधिक हो इसके लिए उसमें तमाम नशीली दवाओं समेत धतूरे के बीज मिलाए जाते हैं। इसके अधिक सेवन से मौत भी हो सकती है। स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से यहां शराब की भट्टियां धधक रहीं हैं। वर्जन
जहां भी सूचना मिल रही हैं वहां तुरंत कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों को भी इसके लिए जागरुक किया जा रहा है कि वह अपने क्षेत्र में किसी भी तरह की अवैध शराब की सूचना पर तुरंत आबकारी टीम को सूचित करें।
सुबोध कुमार श्रीवास्तव, जिला आबकारी अधिकारी, हाथरस