ठेका खत्म, कर्मचारी हटे, सफाई व्यवस्था चरमराई
स्वछता में पहले स्थान पर रही नगर पंचायत अब छठवें पायदान पर लोग खुद सफाई करने को मजबूर
संवाद सूत्र, हाथरस : सहपऊ नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था एक माह से चरमराई हुई है। गत वर्ष स्वच्छता के तहत जिले में पहला स्थान पाने वाला कस्बा आज छठवें पायदान पर है। इधर, ठेका समाप्त होने पर कर्मचारी हट गए जिससे दिक्कत और बढ़ गई।
दो माह पूर्व जब चेयरमैन जेल से जमानत पर बाहर आए थे तब उन्होंने सफाई व्यवस्था को लेकर बैठक की थी और सफाई सुचारु कराने पर जोर दिया तो सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए। इसके चलते लगभग एक हफ्ता व्यवस्था गड़बड़ रही। सफाई नेताओं व एसडीएम के मध्य समझौता वार्ता के बाद हड़ताल समाप्त हुई लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। इस बीच ठेकेदार के अंडर कार्य करने वाले सफाई कर्मियों का एक वित्तीय वर्ष का एग्रीमेंट भी समाप्त हो जाने के कारण अब एक स्थाई व छह संविदा सफाई कर्मियों के ऊपर कस्बे की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी है। इसके चलते एक हफ्ते से मेन बाजार की सफाई के अलावा गली मोहल्लों व वार्डो की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
उप्र सफाई मजदूर संघ के प्रदेश इकाई के प्रतिनिधि सतीश कुमार चौहान ने ईओ नगर पंचायत व प्रशासन को पत्र भेजा है। अधिशासी अधिकारी डॉ.ब्रजेश कुमार कश्यप मोबाइल बंद था, जिससे उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।
इनकी सुनो
ठेकेदार के अंडर में कार्य करने वाले सफाई श्रमिकों का एक वर्ष की कॉन्ट्रैक्ट अवधि पूर्ण हो चुकी है। चुनाव आचार संहिता के चलते पुन: कॉन्ट्रैक्ट नहीं हुआ है। इस कारण सफाई व्यवस्था चरमराई है। शीघ्र ही समस्या का निस्तारण किया जाएगा।
-विपिन कुमार वशिष्ठ, चेयरमैन सहपऊ