सफाई कर्मियों की हाजिरी अब वाट्सएप से लगेगी
अफसरों के घर लगे सफाई कर्मियों की आने वाली है शामत नए डीएम के निर्देश के बाद पंचायती राज विभाग में मची खलबली।
जासं, हाथरस : तमाम कोशिशों के बाद भी तत्कालीन डीएम सफाई कर्मचारियों की तैनाती मूल स्थान पर नहीं करा पाए, मगर अब नए डीएम से उम्मीदें बंधी हैं। उन्होंने कहा है कि ग्रामों में तैनात सफाई कर्मचारियों से वाट्सएप से हाजिरी विभाग को रोजाना दिलाना सुनिश्चित किया जाए। इस नई व्यवस्था से एक तो ग्रामों में सफाई से मुंह चुरा रहे सफाईकर्मी ड्यूटी के पाबंद हो जाएंगे और दूसरे अफसरों के यहां से इन सफाई कर्मचारियों को हटाना विभाग की मजबूरी हो जाएगी।
हाथरस में तमाम कर्मचारी अफसरों के घरों पर काम कर रहे हैं। इनमें कुछ अफसरों की गाड़ियां चला रहे हैं तो कुछ आफिस में बाबूगिरी कर रहे हैं। इस संबंध में कई बार निदेशक पंचायती राज के अलावा तत्कालीन डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार निर्देश दे चुके थे कि सफाई कर्मचारियों को फील्ड में भेजा जाए, मगर आदेश का पालन नहीं कराया गया। पिछले दिनों कमिश्नर भी इस संबंध में दिशा-निर्देश दे चुके हैं, मगर व्यवस्था नहीं सुधरी। अब नए डीएम रमेश रंजन ने डीपीआरओ बनवारी सिंह को निर्देश दिये हैं कि वे सफाई कर्मचारियों की हाजिरी वाट्सएप से सुनिश्चित कराएं।
नर्क बने जनपद के गांव
निदेशक पंचायती ने स्वच्छता मिशन की परिकल्पना को साकार करने के लिए अवकाश के दिनों को छोड़कर सफाई कर्मियों को सात घंटे गांव में बिताना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए जाड़ा और गर्मी के अनुसार समय भी निर्धारित कर दिया है। उसके बाद भी इस पर अमल नहीं किया जा रहा है। इससे गांव नर्क बने हैं। संक्रामक रोगों का खतरा ग्रामीणों के सिर पर मंडरा रहा है।
तमाम तो ऐसे भी हैं जो गांव न जाकर साहब की जी-हुजूरी में लगे हैं। शिकायतों और ग्राम प्रधानों के विरोध के बाद भी अफसर उन पर मेहरबान हैं।