लढ़ौटा के प्रधान पर आरोपों की आंच
विडंबना : बार-बार शिकायत करने के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई ब्लर्ब- आइजीआरएस पोर्टल, जिलाधिकारी व एसडीएम तक को दी गई है शिकायत, मगर जांच लटकी
संवाद सहयोगी, हाथरस : सासनी ब्लाक के गांव लढ़ौटा के प्रधान की छह माह से लगातार शिकायत करने के बाद भी अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसे लेकर मुख्यमंत्री आइजीआरएस पोर्टल से लेकर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी से कई बार शिकायत की जा चुकी है।
शिकायती पत्र में लढ़ौटा निवासी रामप्रकाश नगाइच व भीकमपाल ¨सह ने कहा है कि प्रधान के परिवार के पास प्रधानी के अलावा आय का कोई अन्य श्रोत नहीं है। अनुसूचित जाति से होने के कारण ठाकुर समाज के समर्थन से प्रधान का पद मिला था, लेकिन 2015 से लेकर आज तक कोई भी विकास कार्य नहीं कराया है। थोड़ा बहुत कार्य केवल जाटव बस्ती में कराया गया है। स्वस्थ भारत मिशन ग्रामीण के तहत केवल अपनी जाति के मुहल्ले में ही शौचालय का निर्माण कराया है। उसमें भी घटिया सामग्री का प्रयोग कर बड़ी मात्रा में धनराशि हजम किए जाने का आरोप लगाया गया है। पुराने खरंजे की ईंटों को अपने घर की बाउंड्रीवाल में लगवा दिया। आरोप है कि सवर्ण जाति के लोगों द्वारा जब इसका विरोध किया जाता है तो उन्हें एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दी जाती है। मनरेगा जॉब कार्ड भी अपने चहेतों के बनवा लिए हैं। जिसमें कमीशन लेने का आरोप है। शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि चुनाव जीतने के बाद आज तक ग्राम पंचायत की कोई भी खुली बैठक नहीं बुलाई गई है। सारे प्रस्ताव घर पर ही बैठकर तैयार किए जाते हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी आदि से वर्ष 2015 से आज तक ग्राम पंचायत को जारी हुए फंड की स्थलीय जांच टॉस्क फोर्स से कराने की मांग की गई है। प्रधान के बोल
सभी विकास कार्य नियमानुसार हो रहे हैं। पहले भी कई बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं। अगर फिर भी उन्हें आपत्ति है तो वह जांच करा सकते हैं, जिसमें स्थिति स्वत: स्पष्ट हो जाएगी। मैंने विकास का कोई धन नहीं खाया है। यह केवल प्रधानी की रंजिश के चलते किया जा रहा है।
-राजवीर ¨सह, प्रधान लढ़ौटा