सीबीआइ ने 45 से अधिक लोगों को बनाया गवाह
बहुचर्चित बूलगढ़ी कांड की चार्जशीट में 45 लोगों को गवाह बनाया गया है। इनके बयान दर्ज किए गए हैं जिन्होंने युवती व आरोपितों के रिश्ते पुराने विवाद के अलावा इस मामले में हुई कार्रवाई के संबंध में कई अहम जानकारी सीबीआइ को दी हैं।
जासं, हाथरस : बहुचर्चित बूलगढ़ी कांड की चार्जशीट में 45 लोगों को गवाह बनाया गया है। इनके बयान दर्ज किए गए हैं, जिन्होंने युवती व आरोपितों के रिश्ते, पुराने विवाद के अलावा इस मामले में हुई कार्रवाई के संबंध में कई अहम जानकारी सीबीआइ को दी हैं। इनमें मृतका, आरोपितों के स्वजन, रिश्तेदार, गांव के लोग, आरोपितों के दोस्त, पत्रकार, अधिकारी, पुलिसकर्मी, डॉक्टर आदि शामिल हैं। विधिक जानकारों की मानें तो जरूरत पड़ने पर इन लोगों को न्यायालय में भी पेश होना पड़ सकता है। चार्जशीट दाखिल करने के बाद इस मामले की सुनवाई चार जनवरी को हाथरस के विशेष न्यायालय एससी-एसटी अधिनियम में होगी।
सीबीआइ ने 18 दिसंबर को चार्जशीट दाखिल की थी। 67 दिन की जांच के दौरान पचास से अधिक लोगों से पूछताछ की गई थी।
बूलगढ़ी की युवती पर 14 सितंबर को हमला हुआ था, जिसकी 29 सितंबर को मौत हो गई थी। इसके बाद देशभर में प्रदर्शन हुए। मृतका के भाई ने गांव के ही संदीप के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज कराया था। बाद में बयानों के आधार पर रामू, लवकुश व रवि के नाम जोड़े गए और धाराएं बढ़ाई गई थीं। 11 अक्टूबर से सीबीआइ ने जांच शुरू की थी। इसमें रामू, लवकुश व रवि की लोकेशन घटना स्थल के आसपास ही पाई गई है। इन तीनों के घटना के समय अन्य स्थानों पर होने के दावे गलत पाए गए। 22 सितंबर को दर्ज किए गए युवती के बयान के आधार पर सीबीआइ ने चारों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म व हत्या का आरोपपत्र दाखिल किया है। स्वजन कहें तो परिवार
के साथ लड़ेंगे लड़ाई
फोटो- 25, 26, 27
जासं, हाथरस : बूलगढ़ी प्रकरण में सीबीआइ की चार्जशीट दाखिल होने के बाद बुधवार को भारतीय किसान संगठन के जिलाध्यक्ष निशांत चौहान आरोपित के घर पहुंचे। उन्होंने सीबीआइ जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि एफआइआर में भी दुष्कर्म का जिक्र नहीं किया था और फोरेंसिक जांच में भी इसकी पुष्टि नहीं हुई। सिर्फ मृतका के अंतिम बयान के आधार पर सीबीआइ ने चारों को आरोपित ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि आरोपितों के स्वजन की सहमति से मामले को आगे बढ़ाएंगे। उनकी हर मदद को तैयार हैं। उनकी मदद के लिए जनांदोलन करेंगे और धन भी एकत्रित करेंगे। इस दौरान सोनू ठाकुर, भोला ठाकुर, विशाल चौहान, रवि राज जादौन, अमन राणा आदि थे। इस दौरान खुफिया तंत्र सक्रिय रहा। आरोपितों के घर चंदपा थाने से एक एसआइ और दो सिपाही भेज दिए गए। सीआरपीएफ के जवान भी सक्रिय हो गए। उन्होंने गांव में पैदल मार्च शुरू कर दिया।