सीबीआइ ने पांच और लोगों से की पूछताछ
बूलगढ़ी के मामले का अभी भी सच जानने में जुटी है सीबीआइ की टीम पांच से सात घंटे की पूछताछ के बाद सभी लोगों को गांव भेजवा दिया
जासं, हाथरस : बूलगढ़ी प्रकरण में सीबीआइ ने शनिवार को पांच और लोगों से पूछताछ की। इनमें आरोपित संदीप के खेत के पड़ोस वाले लोग भी शामिल हैं। पांच से सात घंटे की पूछताछ के बाद सभी लोगों को गांव भेजवा दिया गया।
बूलगढ़ी मामले में पिछले 14 दिन से सीबीआइ की जांच जारी है। सीबीआइ 35 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। टीम हर पहलू पर जांच कर रही है। शनिवार को सीबीआइ ने पांच और नए लोगों से पूछताछ की। शनिवार की सुबह 11 बजे से चंदपा गांव के छैल बिहारी, ध्रुव व संतोष, बूलगढ़ी के ओमप्रकाश सिंह, ब्रज किशोर को सीबीआइ के अस्थाई कार्यालय पर ले जाया गया। शाम चार बजे तक दो लोगों को सीबीआइ ने पूछताछ के बाद घर भेज दिया। बाकी लोगों को शाम करीब साढ़े छह बजे घर भेजा।
चंदपा निवासी ध्रुव ने बताया कि उनका खेत आरोपित संदीप के खेत के पास है। इसी संबंध में सीबीआइ ने पूछताछ के लिए बुलाया था। बकौल ध्रुव घटना के संबंध में कोई भी जानकारी न होने बात सीबीआइ से कही है। वहीं बूलगढ़ी निवासी ब्रजकिशोर (चंदपा) ने बताया कि वह वेल्डिग का काम करते हैं। इस घटना के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। तीन लोग सीबीआइ के कैंप कार्यालय में शाम साढ़े छह बजे तक रहे। दंगा भड़काने की साजिश मामले की छानबीन कर रही एसटीएफ
जासं, हाथरस : बूलगढ़ी में बवाल के बहाने प्रदेश में जातीय हिसा भड़काने की साजिश के मामले में एसटीएफ की छानबीन जारी है। चंदपा कोतवाली में दोनों ही मुकदमों की केस डायरी लेकर एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है।
बूलगढ़ी में बवाल के दौरान जातीय हिसा फैलाने की मंशा से तरह-तरह के वीडियो, ऑडियो वायरल किए गए। इनसे उन्माद फैलाने के प्रयास किए गए। पुलिस ने इस आधार पर कोतवाली चंदपा में एक मुकदमा संख्या 151/20 राष्ट्रद्रोह समेत 20 संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। मथुरा में पकड़े गए पीएफआइ के चारों सदस्यों के नाम भी इसी में शामिल हैं। एसटीएफ की नोएडा यूनिट इससे संबंधित केस डायरी का अवलोकन कर रही है। वहीं बूलगढ़ी मामले में भड़काऊ बयान देने वाले कांग्रेस नेता श्यौराज जीवन पर भी चंदपा कोतवाली में मुकदमा संख्या 154/20 दर्ज किया गया था। इस मामले में उनसे पूछताछ भी हो चुकी है। इस मामले की जांच भी एसटीएफ कर रही है। एसटीएफ बरेली यूनिट की टीम ने इसके संबंध में समस्त दस्तावेज ले लिए हैं।