तीन और ग्रामीणों से तीन घंटे चली सीबीआइ की पूछताछ
चंदपा के तीनों युवक सीबीआइ के सामने हुए पेश बयान दिए दोपहर से चल रही थी चंदपा थाने से तीन घंटे बाद छोड़े गए।
जासं, हाथरस : सीबीआइ ने सोमवार को भी पूछताछ का क्रम जारी रखा। चंदपा गांव के तीन और युवकों को चंदपा थाने में बुलाकर कई घंटे तक पूछताछ कर शाम को छोड़ा। उधर, सीबीआइ की दूसरी टीम ने उस दरम्यान मौका ए वारदात पर छानबीन की। यहां टीम करीब एक घंटा रही।
सीबीआइ की टीमें कई लोगों से घरों और अपने कार्यालय पर पहले भी पूछताछ कर चुकी हैं। सीबीआइ को जांच के लिए यहां 16 दिन गुजर चुके हैं। सोमवार को सीबीआइ ने अलीगढ़ रोड स्थित उपनिदेशक कृषि कार्यालय परिसर में बने अस्थायी कार्यालय के बजाय चंदपा थाने में आकर चंदपा गांव के तीन युवकों को बुलाया। इस बात की जानकारी तब हुई जब थाने के बाहर चेकिग कर रही पुलिस ने एक बाइक पर सवार तीन युवकों को दोपहर साढ़े ग्यारह बजे रोका। पूछने पर बाइक सवारों ने बताया कि वे चंदपा गांव से आए हैं और उनको सीबीआइ ने बुलाया है। इसके बाद तीनों युवकों से सीबीआइ अफसरों ने करीब तीन घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान सीबीआइ टीम ने थाने के बाहर अपनी कार को दूसरी जगह खड़ा करा दिया, ताकि मीडिया का जमावड़ा न हो।
देर शाम पता चला कि पूछताछ तनिष्क पुत्र सतेंद्र कुमार निवासी चंदपा एवं दो अन्य से पूछताछ की गई। बुलाए गए युवकों को कई सवालों का सामना करना पड़ा।
रविवार को मृतका के दोनों भाइयों के अलावा आरोपित संदीप के पिता नरेंद्र सिंह, लवकुश के पिता रामवीर सिंह, रामू के पिता राकेश सिंह और रवि के पिता अतर सिंह से पूछताछ की गई थी। मृतका के भाई का कहना है कि बार-बार उन्हीं सवालों को घुमा फिराकर पूछा जा रहा है जो पहले कई बार पूछे जा चुके हैं।
मौका-ए-वारदात पर
गई सीबीआइ टीम
जासं, हाथरस : सोमवार की दोपहर सीबीआइ की दूसरी टीम घटनास्थल पर बाजरा के खेत पर गई और करीब एक घंटे तक वहां अफसरों ने आपस में मंथन कर वहां से मिट्टी के नमूने लिए और फिर हाथरस कार्यालय चले आए।
पहले भी दो बार सीबीआइ की टीम मौका ए वारदात पर आकर पड़ताल कर चुकी है। यहां से कुछ नमूने लिए गए थे। सोमवार की दोपहर करीब 12 बजे यह टीम फिर वहां पहुंची और करीब एक घंटे तक घटनास्थल पर रही। पांच सदस्यीय टीम ने काफी देर तक मौका ए वारदात पर घटनाक्रम को समझा और मिट्टी के नमूने लिए। 15 दिन का सीसीटीवी
रिकार्ड प्रशासन को सौंपा
जासं, हाथरस: बूलगढ़ी में मृतका के घर और आसपास लगे आठ कैमरों का रिकार्ड प्रशासन को सौंप दिया गया है। दरअसल, प्रशासन ने आठ सीसीटीवी कैमरे इसलिए लगवाए थे ताकि लोगों की आवाजाही पर नजर रखी जा सके। इस बीच मृतका के स्वजन ने जब जिदगी को खतरा होने की बात कही थी तो फोर्स बढ़ाने के साथ परिवार के हर सदस्य को निजी सुरक्षा कर्मी दिए गए थे। सांत्वना देने के बहाने कुछ ऐसे भी लोग आए थे जो भावनाएं भड़काने का काम कर रहे थे। इसके बाद से ही प्रशासन ने आठ सीसीटीवी कैमरे घर में और गैलरी के अलावा मकान के बाहर लगा दिए।