बसपा की बैठक में हाथपाई, हंगामा
भीम आर्मी और निष्कासित पदाधिकारियों के समर्थकों को प्रवेश से रोके जाने पर विवाद फजीहत भीम आर्मी के पूर्व पदाधिकारी ने कोतवाली में दी तहरीर रिपोर्ट नहीं -दिनेश देशमुख और उनके परिवार के लोगों पर हमले का आरोप लगा
जासं, हाथरस : बसपा की समीक्षा बैठक शुरू होने से पहले ही हंगामा हो गया। बैठक की शुरुआत में भीम आर्मी और अलीगढ़ के कुछ निष्कासित पदाधिकारियों के समर्थकों से बसपाइयों की धक्का-मुक्की के साथ हाथापाई तक हो गई। जैसे-तैसे मामले को शांत किया गया। अब इस संबंध में भीम आर्मी के एक पूर्व पदाधिकारी ने कोतवाली हाथरस गेट में तहरीर दी है।
मुख्य अतिथि सांसद गिरीश चंद्र समेत अन्य सेक्टर प्रभारी, जोन इंचार्ज, जिलाध्यक्ष आदि दोपहर दो बजे बैठक में पहुंचे थे। इस दौरान भीम आर्मी के जिला कार्यवाहक रहे कमल सिंह समेत अन्य पदाधिकारी भी बैठक स्थल पर पहुंच गए। वहीं अलीगढ़ से कुछ दिन पहले निष्कासित किए गए पदाधिकारियों के समर्थक भी वहां पहुंचे थे। ये लोग अतिथियों से मिलने के लिए हॉल में प्रवेश करना चाह रहे थे, जिन्हें रोक दिया गया। इसी बात पर कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते उनमें धक्का-मुक्की होने लगी। इस दौरान मारपीट भी हो गई। जैसे-तैसे अन्य पदाधिकारियों ने मामले को संभाला और हंगामा करने वाले लोगों को समझा-बुझाकर बाहर भेजा। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। मारपीट में घायल कमल सिंह ने कोतवाली हाथरस गेट में तहरीर दी है। उन्होंने हाल ही में बसपा में शामिल हुए दिनेश देशमुख और उनके परिवार के लोगों पर मारपीट, हथियारों से जानलेवा हमले का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है। इनका कहना है-
बैठक में कोई झगड़ा नहीं हुआ था। भीम आर्मी के कुछ लोग मीटिग हॉल में प्रवेश करना चाहते थे जिन्हें रोक दिया गया। इसको लेकर वहां गहमा-गहमी रही थी। मारपीट जैसी कोई बात नहीं है।
-महेश बाबू कुशवाह, जिलाध्यक्ष बसपा
-- बसपा अनुशासित संगठन है। मैं डेढ़ साल बाद पार्टी में दुबारा शामिल हुआ हूं। मेरा वहां स्वागत का भी कार्यक्रम था, भला मैं मारपीट क्यों करूंगा। मारपीट और हमले के आरोप बेबुनियाद हैं।
-दिनेश देशमुख, बसपा नेता