गांजा कारोबार का हब है बिसावर
पूर्व में पकड़े जा चुके हैं कई प्रमुख गांजा कारोबारी चालू साल में दर्जनभर छोटे कारोबारी जा चुके हैं जेल
संसू, हाथरस : गांजा कारोबार सादाबाद क्षेत्र के कारोबारियों लिए सेफ जोन बन चुका है। पुलिस की मेहरबानी से इस क्षेत्र के बड़े कारोबारी अपने कार्य को बखूबी अंजाम देते चले आ रहे हैं। इस कारोबार की प्रतिस्पर्धा ने एक कारोबारी की जान ले ली थी।
22 अक्टूबर की अलसुबह हाथरस रोड स्थित भार्गव कॉलोनी के निर्माणाधीन मकान के निकट तथा मकान के अंदर से पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने 840 किलो गाजा बरामद किया था, लेकिन पुलिस तस्करों को पकड़ नहीं पाई।
सादाबाद में छोटे-मोटे तस्कर पकड़े जाते रहे हैं। 17 मार्च को एदलपुर के राधारमन को 3.50 किलो, 25 मार्च को विधिपुर के सौरव को 450 ग्राम, 29 मई को बिसावर के मोनू को 700 ग्राम, 6 जून को अजय कुमार को एक किलो व 26 जून को नगला दुर्जिया के बीरू को 2 किलो तथा अब तक आठ अन्य गांजा बेचने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
दो वर्ष पूर्व तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक केपी सिंह ने कई बड़े कारोबारियों को पकड़ा था जिनके पास से करीब ढाई कुंटल गांजा बरामद हुआ था। उनकी पकड़ी गई गाड़ियां आज तक कोतवाली में सड़ रही हैं। उनकी जमानत कराने तक किसी ने जहमत नहीं उठाई।
गांजा कारोबार की प्रतिस्पर्धा को लेकर बिसावर में कई बार गांजा कारोबारियों में आपस में तनातनी भी हुई, इसका असर यह हुआ कि गांजा कारोबारी ने दूसरे गांजा कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बावजूद पुलिस आज तक बिसावर के गांजा कारोबार पर नकेल नहीं लगा सकी।