बदनाम विद्यालय फिर बने परीक्षा केंद्र
यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 85 केंद्रों की सूची जारी, वित्तविहीन पर रहेगी तंत्र की नजर
यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 85 केंद्रों की सूची जारी, वित्तविहीन पर रहेगी तंत्र की नजर संवाद सहयोगी, हाथरस : यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए 85 केंद्रों की अनंतिम सूची जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर चस्पा कर दी गई है। हालांकि इनमें सबसे ज्यादा संख्या सिकंदराराऊ व सादाबाद के उन वित्तविहीन विद्यालयों की है, जो नकल के लिए बदनाम रहे हैं, लेकिन इन्हीं केंद्रों पर तंत्र की नजर रहेगी।
सात फरवरी से प्रस्तावित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के केंद्र केंद्र निर्धारण के लिए बोर्ड ने पहले ही विद्यालय संचालकों से सूचनाएं मांग ली थीं। वित्तविहीन परीक्षा केंद्र नकल कराने के लिए बदनाम रहते हैं। इस बार बोर्ड ने इन्हीं केंद्रों पर अधिक भरोसा जताया है। 15 तक देनी होगी आपत्ति
परिषद की वेबसाइट पर केंद्रों की सूची छात्र संख्या आंवटित करके जारी कर दी है। यदि कोई आपत्ति या शिकायत हो तो अपना प्रत्यावेदन ईमेल व डाक के माध्यम से परिषद एवं जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में 15 नवंबर को पांच बजे तक प्राप्त करा दें।
डीआइओएस की रिपोर्ट के बाद भी बना दिया केंद्र
सात विद्यालय ऐसे थे, जिनमें विद्युत, जनरेटर सहित अन्य सुविधाएं नहीं थीं। इन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र न बनाने के लिए डीआइओएस सुनील कुमार ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद को लिखा था। इसमें बीसी उमावि झूरिया, सुरेंद्र नाथ उमावि हाथरस, गेंदा ¨सह किसान इंटर कॉलेज, नयावांस लाखनू, गोपाल आदर्श इंटर कॉलेज हाथरस जंक्शन, विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मऊचिरायल, रोशनलाल गौतम, उमावि सादाबाद और एसबीजे इंटर कॉलेज शामिल थे। सूचना देने के बाद भी बोर्ड ने गेंदा¨सह किसान इंटर कॉलेज, नया बांस लाखनू, विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, मऊचिरायल को परीक्षा केंद्र बना दिया है। जांच दल करेगा सत्यापन
अब परीक्षा केंद्र बन जाने के बाद प्रशासनिक व शिक्षा विभाग के अधिकारी बनाए गए। वे केंद्रों का निरीक्षण करके भौतिक सत्यापन करेंगे।