जागरूकता का रहा असर, बढ़ा 1.99 फीसद मतदान
जिले में स्वीप के तहत आयोजित कराए गए थे विभिन्न कार्यक्रम - सुबह मतदाताओं का जोश देख 70 फीसद तक पहुंचने की थी उम्मीद
संवाद सहयोगी, हाथरस : जिले की लोकसभा सुरक्षित सीट के लिए हुए में जागरूकता का पूरा असर देखने को मिला। लोग जोश व उत्साह के साथ भारी संख्या में सुबह से ही बूथों पर पहुंचने लगे थे। आते-जाते अन्य लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित कर रहे थे। दरअसल, जिले के विभिन्न इलाकों में स्वीप योजना के तहत मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार मतदान फीस 1.99 फीसद अधिक हुआ।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 59.66 फीसद मतदान हुआ था। मतदान फीसद को बढ़ाने के लिए प्रशासनिक और शिक्षा विभाग के अफसरों ने पूरे महीने कड़ी मेहनत करके जिले के विभिन्न स्कूल व कॉलेजों में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। इनमें चित्रकला, स्लोगन, निबंध, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं के अलावा रंगोली और नुक्कड़ नाटक भी शामिल रहे। विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रमों में भाग लिया था। बच्चों को शपथ दिलाई गई कि वो अपने घरों में अभिभावकों को मतदान के प्रति जागरूक करें। हस्ताक्षर कार्यक्रम चलाया गया। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने अपील मतदाताओं से की। प्रशासनिक अधिकारियों को भी उम्मीद थी कि मतदान प्रतिशत बढ़ेगा, लेकिन गुरुवार को जब मतदान की शुरुआत हुई तो सुबह के पहले दो घंटे मतदान सुस्त रहा। पांचों विधानसभा छर्रा, इगलास, हाथरस, सिकंदराराऊ और सादाबाद में नौ से 11 बजे तक पोलिंग बूथों पर मतदान की रफ्तार सुस्त रही। दोपहर बाद पांचों विधानसभाओं में मतदान तेजी के साथ होने लगा। उम्मीद थी कि जिस गति के साथ मतदान हो रहा है, करीब 70 फीसद तक तो मतदान पहुंच जाएगा, लेकिन दोपहर के बाद तमाम पोलिग बूथों पर सन्नाटा पसर गया। कुल मतदान फीसद 61.65 रहा। पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार 1.99 फीसद मतदान बढ़ा। दैनिक जागरण की सार्थक भूमिका
अधिक से अधिक मतदाताओं को मताधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए दैनिक जागरण की ओर से चित्रकला, रंगोली, स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन सेट फ्रांसिस कॉलेज व लॉर्ड कृष्णा पब्लिक स्कूल में कराया गया। इसके साथ 'हर वोट कुछ कहता है' कार्यक्रम के तहत सरस्वती, आदर्श, एबीएन, सेंट फ्रांसिस, जीपीएस कॉलेज के शिक्षक व शिक्षिकाओं के अलावा कई क्लबों से शपथ पत्र भरवाए गए थे।