स्कूल की वार्डन पर छात्राओं के अश्लील फोटो खींचने के आरोप
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हाथरस का मामला कारस्तानी छात्राओं ने अभिभावकों से शिकायत की तो विद्यालय में हुआ हंगामा जिला समन्वयक बालिका शिक्षा ने दर्ज किए बयान, आज होगी पेशी
संवाद सहयोगी, हाथरस : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हाथरस में पढ़ने वाली छात्राओं ने वार्डन पर नहाते समय फोटो खींचने का आरोप लगाया है। रविवार को बालिकाओं से मिलने आए अभिभावकों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने विद्यालय परिसर में हंगामा किया। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा ने बालिकाओं के साथ वार्डन व शिक्षिकाओं के बयान दर्ज किए हैं। सोमवार को पूरे प्रकरण को बीएसए के समक्ष रखा जाएगा।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हाथरस में कुछ माह पूर्व ही वार्डन प्रीति ¨सह की तैनाती हुई है। रविवार के दिन बालिकाओं को उनके परिजनों से मुलाकात कराई जाती है। रविवार को कई अभिभावक बेटियों से मिलने विद्यालय आए थे। तभी कुछ छात्राओं ने बताया कि नहाते समय वार्डन उनके अश्लील फोटो मोबाइल से खींचती हैं। विद्यालय में इस बात पर अभिभावकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसकी जानकारी विद्यालय की फुल टाइम शिक्षिकाओं ने सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी रामवीर ¨सह को दी। सूचना पर जिला समन्वयक बालिका शिक्षा गजेंद्रपाल ¨सह पहुंचे और छात्राओं के अलावा उनके अभिभावकों के भी बयान दर्ज किए। छात्राओं ने वार्डन पर बीमार पड़ने पर समय से उपचार न कराने का भी आरोप लगाया। दरअसल इसी विद्यालय में कुछ साल पूर्व 18 बालिकाएं एक साथ बीमार पड़ गई थीं। तब तत्कालीन वार्डन प्रतिभा भारद्वाज की सेवा समाप्त कर दी गई थी। इसके बाद कार्यवाहक वार्डन सुनीता को विद्यालय का चार्ज दिया गया था। कुछ महीने पहले ही प्रीति सिंह की तैनाती हुई है। इनका कहना है
बालिकाओं तथा उनके अभिभावकों ने वार्डन पर नहाते समय फोटो खींचने तथा समय से दवाई न दिलाने के आरोप लगाए हैं। बालिकाओं व उनके अभिभावकों के अलावा शिक्षिकाओं के भी बयान दर्ज कर लिए हैं। सोमवार को यह प्रकरण बीएसए के समक्ष रखा जाएगा। जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-गजेंद्र पाल ¨सह, जिला समन्वयक, बालिका शिक्षा, बेसिक शिक्षा विभाग। मैने छात्राओं के नहाते समय फोटो नहीं खीचे। बेवजह मुझे यहां से हटवाने के लिए साजिश रची गई है। विद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों से इसकी जांच कराई जा सकती है। रही छात्राओं को दवा दिलाने की बात तो जिला अस्पताल का रिकार्ड देखा जा सकता है। बालिकाओं को बीमार होने पर तुरंत दवा दिलाई जाती है।
-प्रीति ¨सह, वार्डन, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय।