त्योहार के बाद चुनावी तैयारियों ने पकड़ा जोर
संवाद सहयोगी, हाथरस : दीपावली पर्व के बाद नगरीय निकायों में प्रत्याशियों ने अपनी सीट पक्की कर
संवाद सहयोगी, हाथरस : दीपावली पर्व के बाद नगरीय निकायों में प्रत्याशियों ने अपनी सीट पक्की करने के लिए जोर अजमाइश शुरू कर दी है। जहां तमाम प्रत्याशी दलीय चुनाव लड़ने के लिए नेताओं की चौखट पर माथा टेकने में जुटे हैं। वहीं तमाम प्रत्याशी अपने वोटरों से जनसंपर्क कर उनकी टोह लेने में जुट गए हैं। चुनाव कार्यक्रम जारी होने में अब ज्यादा समय नहीं है। ऐसे में वोटरों पर पकड़ बनाने के लिए कोई भी प्रत्याशी कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहता। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव की लगभग तैयारी पूरी कर ली है। 23 अक्टूबर को मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। 25 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इस लिहाज से चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं बचा है।
हाथरस नगर पालिका..
अनारक्षित घोषित की गई इस सीट पर कांटे का मुकाबला भाजपा व बसपा में होने की संभावना है। भाजपा में टिकट पाने वाले दर्जनों नाम हैं, लेकिन पार्टी किसी वैश्य को ही टिकट देने पर विचार कर रही है। इसके लिए दिलीप पोद्दार व गौरव आर्य का नाम सबसे अधिक चर्चा में है। बसपा से पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के परिवार से किसी सदस्य द्वारा चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है। सपा, कांग्रेस व रालोद भी यहां से किसी मजबूत प्रत्याशी की तलाश में जुटे हैं।
सिकंदराराऊ नगर पालिका
यह सीट इस बार अनुसूचित जाति के खाते में आई है। यहां भाजपा से टिकट पाने वालों की कतार लगी है। इसमें रामदास बाल्मीकि, निर्मल वाल्मीकि, विश्वासदेव, बारेलाल भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। सपा से टिकट मांगने वालों में जिला पंचायत सदस्य विजेंद्र ¨सह, राजाराम फौजी, महेंद्रपाल सैलानी के अलावा बसपा से ओमप्रकाश गौतम भी टिकट मांग रहे हैं। कांग्रेस रविवार को बैठक कर टिकट को लेकर मंथन करेगी।
नगर पंचायत मुरसान
मुरसान सीट इस बार अनारक्षित घोषित की गई है। यहां पूर्व चेयरमैन देशराज ¨सह के अलावा गिर्राज किशोर शर्मा, रजनेश कुशवाहा, लक्ष्मीकांत सारस्वत, राजा गरुण ध्वज, शहनाज सिद्दीकी चुनाव मैदान में कूदने की तैयारी में जुटे हैं।
नगर पंचायत सादाबाद
यह सीट अनारक्षित घोषित की गई है। यहां से दो दर्जन से अधिक दावेदार टिकट पाने को सक्रिय है। इनमें अकेले भाजपा में ही डेढ़ दर्जन उम्मीदवार अपना दावा कर चुके हैं। वहीं बसपा व सपा से भी करीब एक दर्जन उम्मीदवार नजर आ रहे हैं। इस सीट पर भी घमासान के आसार नजर आ रहे हैं।
नगर पंचायत सहपऊ
यह सीट भी अनारक्षित श्रेणी में रखी गई है। यहां से टिकट पाने के लिए भगवान ¨सह कुशवाहा, ललित शाह, विपिन वशिष्ठ, धीरेंद्र शाह, भगवती प्रसाद दिवाकर, प्रकाश दुबे, जगदीश शुक्ला, देवा राना, उपेंद्र वाष्र्णेय, राधेश्याम वाष्र्णेय, पवन वाष्र्णेय, श्याम कमल वशिष्ठ राजनीतिक पाíटयों में अपनी घुसपैठ बनाने में जुटे हैं।
नगर पंचायत सासनी
यह सीट अनुसूचित जाति के लिए पहली बार आरक्षित हुई है। यहां भी भाजपा की टिकट पाने को लंबी फेहरिस्त है, क्योंकि वैश्य व ब्राह्मण समाज का उन्हें आर्शीवाद मिलने की पूरी संभावना है। टिकट पाने के लिए जगदीश दिवाकर, ब्रजेश सेंगर, देवप्रकाश टाल वाले व देहात प्रधान जोर अजमाइश में जुटे हैं। यहां सपा, बसपा व कांग्रेस से अभी तक कोई नाम निकलकर नहीं आया है।
नगर पंचायत मैंडू
यह सीट भी एक दशक बाद अनारक्षित घोषित की गई है। यहां भी भाजपा से टिकट पाने वालों की संख्या सबसे अधिक है। वहीं बसपा से पूर्व चेयरमेन डीपी ¨सह के मैदान में कूदने की प्रवल संभावना है। सपा, कांग्रेस भी मजबूत प्रत्याशी की तलाश में जुटी है।
नगर पंचायत पुरदिलनगर
यह सीट महिला के लिए आरक्षित की गई है। इनमें भाजपा से गंगाराम कुशवाहा, सुरेश चंद्र आर्य, उत्तम ¨सह चौहान, राजवीर कुशवाहा, महिला मोर्चा उपाध्यक्ष मंजूलता कुशवाहा टिकट मांग रही हैं। बसपा से पूर्व चेयरमैन हर्षकांत कुशवाहा, डॉ. श्रीकांत द्विवेदी, विनोद कुशवाहा, भूपेंद्र शर्मा, हाजी गुलाम अहमद, प्रताप ¨सह सुमन, राजकुमार शर्मा आदि ने दावेदारी की है। यहां भाजपा व बसपा में ही घमासान के आसार हैं। सपा, कांग्रेस भी किसी पर दांव लगा सकती है।