32 साल बाद अपने गांव आए सह सरकार्यवाह
आगमन गांव में सभी से सादगी से मिले हरेक से ली कुशल क्षेम वह इससे पहले 1988 में गांव आए थे।
जासं, हाथरस : शनिवार को संघ के सह सर कार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल अपने पैतृक गांव भरतपुर, हसायन पहुंचे। 32 साल बाद अपने गांव आए डॉ. कृष्णगोपाल सभी से ऐसे मिले मानो कल ही गांव से गए हों। सभी का कुशल क्षेम लिया। गांव वालों का तनिक भी ऐसा नहीं लगा कि इतनी बड़ी शख्सियत उनके सामने बैठी हैं।
चिकित्सा शिविर, दवा वितरण के बाद डॉ. कृष्णगोपाल दोपहर में अपने घर के आंगन में बैठे थे। बाहर दरवाजे पर सुंदरकांड के पाठ की तैयारियां चल रही थीं। आंगन के बीच में बंद कुआं और उसमें लगे तुलसी के पौधे परिवार की आस्था को साफ दर्शा रह थे। आंगन में एक कोने में बह खुद बैठे हुए थे, बाकी जन कुर्सियों पर खाना खा रहे थे। खास बात यह थी उनकी उनकी माताजी, भाई, भतीजे, भांजे, बेटियां, दामाद सहित पूरा परिवार गांव में जमा हुआ था। डॉ. कृष्णगोपाल ने बताया कि वह इससे पहले 1988 में गांव आए थे। अलीगढ़ में एक कार्यक्रम में शामिल होकर बाइक से यहां पहुंचे थे। 32 साल बाद जब वह शनिवार को दोबारा गांव आए तो बच्चा हो या बुजुर्ग या फिर कोई भी व्यक्ति सभी से दिल खोलकर मिले और उन्हें खाना खाकर जाने की बाद ही जाने को कहा। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय, चेयरमेैन आशीष शर्मा भी गांव में उनसे मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राजनीतिक वार्ता से परहेज किया।