मारपीट प्रकरण में लेखपाल व अधिवक्ता आमने-सामने
संसू हाथरस मंगलवार को सिकंदराराऊ में तहसील परिसर में लेखपालों के साथ मारपीट के प्रकरण
संसू, हाथरस : मंगलवार को सिकंदराराऊ में तहसील परिसर में लेखपालों के साथ मारपीट के प्रकरण को लेकर लेखपाल और अधिवक्ता आमने-सामने आ गए हैं। लेखपालों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा। इसके बाद बार कक्ष में उप जिलाधिकारी ने वकीलों के साथ बैठक की और उनकी समस्याओं को सुना। अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। वहीं दूसरी ओर लेखपालों ने भी उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर 17 अक्टूबर तक आरोपितों की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया है।
उपजिलाधिकारी विजय कुमार शर्मा को सौंपे ज्ञापन में अधिवक्ताओं ने कहा है कि तहसील सिकंदराराऊ में तैनात लेखपाल भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इसी के चलते मंगलवार को छात्रों व लेखपालों में कहासुनी होने पर झगड़ा हुआ। यह विवाद मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने में 500 रुपये मागने को लेकर हुआ था। दोनों ओर से मारपीट हुई लेकिन उपजिलाधिकारी ने भ्रष्ट लेखपालों का पक्ष लेते हुए छात्रों के अभिभावकों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है, जो कि निंदनीय है। बार एसोसिएशन इसकी निंदा करती है। झूठी रिपोर्ट निरस्त करने की मांग भी की है। आदोलन की चेतावनी भी दी है। ज्ञापन देने वालों में जयप्रकाश गुप्ता, गौरीशकर गुप्ता, नरेश प्रताप सिंह, देवेंद्र दीक्षित शूल, नरेन्द्र मोहन शर्मा, ब्रजेश पाठक, रनवीर सिंह, अरविंद शर्मा, युवराज सिंह चौहान आदि शामिल थे।
लेखपालों ने दिया ज्ञापन : लेखपाल संघ ने भी उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की माग की है। इससे पहले बुधवार को बैठक बुलाकर लेखपाल संघ के मंत्री सौरभ कुमार यादव, प्रेम शकर यादव व नवनीत कुमार, शैलेंद्र कुमार यादव आदि लेखपालों के साथ मारपीट की निंदा की गई। वक्ताओं ने कहा कि लेखपालों का नौकरी करना मुश्किल हो गया है। गुंडा तत्वों पर पुलिस एवं कानून का भय समाप्त हो गया है।
17 अक्टूबर तक अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से पूर्ण कार्य बहिष्कार करते हुए तहसील पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यहां नेम सिंह, सौरभ यादव, मुकेश चंद्र, प्रेमशकर, शैलेंद्र कुमार, शिव कुमार शर्मा, विनय सेंगर, नवनीत भारद्वाज, आदित्य पुंडीर आदि थे।