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सिस्टम के आगे सिसक रहीं सौ फीसद मतदान की उम्मीदें

मतदाताओं से जुड़ी 39 में से सिर्फ 14 शिकायतों का निस्तारण 25 शिकायतें अभी भी लंबित कवायद -25 जनवरी को हुआ था शुभारंभ अब तक आईं सिर्फ 39 शिकायतें

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Mar 2019 01:37 AM (IST)Updated: Wed, 13 Mar 2019 01:37 AM (IST)
सिस्टम के आगे सिसक रहीं  सौ फीसद मतदान की उम्मीदें
सिस्टम के आगे सिसक रहीं सौ फीसद मतदान की उम्मीदें

जासं, हाथरस : सरकारी सिस्टम के आगे चुनाव आयोग की शत प्रतिशत मतदान की उम्मीदें सिसक रही हैं। तीन महीने से अधिक मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलने के बाद भी सैकड़ों लोगों के वोट नहीं बने हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता हेल्पलाइन के लिए जारी किए गए नंबर 1950 पर हर तीसरी कॉल पर मतदाता की यही शिकायत है। लगातार शिकायतों के बाद भी बीएलओ गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। 25 जनवरी को शुरू हुए कॉल सेंटर पर अब तक कुल 39 शिकायतें आई हैं, इनमें से सिर्फ 14 का ही निस्तारण हुआ है। 25 शिकायतें अभी भी लंबित हैं। इन शिकायतों में सबसे अधिक शिकायतें वोट न बनने की हैं।

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17वीं लोकसभा के लिए 18 अप्रैल को मतदान होगा। चुनाव आयोग का पूरा जोर है कि अधिक से अधिक मतदाताओं के वोट बनें और वह मतदान करें। मतदान की जागरूकता के लिए चुनाव आयोग पानी की तरह पैसा भी बहा रहा है, इसके बावजूद बीएलओ व जिम्मेदार अफसर इस ओर गंभीर नहीं दिख रहे हैं।

17वीं लोकसभा के लिए हाथरस की तीन व अलीगढ़ की दो विधानसभा सीटों पर 1831216 मतदाता मतदान करेंगे। हाथरस की तीनों विधानसभा क्षेत्र में 40545 मतदाता जोड़े गए। इनमें पुरुष मतदाता 17370, महिला मतदाता 23162 हैं। 20976 मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे। वोट बनवाने का काम अभी भी जारी है। इतनी बड़ी संख्या में वोट बढ़ने व नए वोटर बनने के बाद भी जनपद में हजारों मतदाताओं के पास अभी तक मतदाता पहचान पत्र नहीं पहुंचा है। इनमें सर्वाधिक संख्या नए वोटरों की है। केस-1 :

परिवार में छह लोगों के वोटर कार्ड बनकर नहीं आए हैं। हेल्पलाइन नंबर पर तीन बार कॉल की, लेकिन एक माह में कोई निदान नहीं हुआ। हेल्पलाइन से जिस बीएलओ का नंबर दिया है वह नंबर स्विच ऑफ है। आखिर हम कहां निस्तारण ढूंढ़ें।

-प्रदीप कुमार, नवल नगर कृष्णापुरम केस-2 :

बीएलओ नाम-पता दर्ज कर ले गए लेकिन वोटरकार्ड अभी तक नहीं मिला है। न ही यह पता लग पा रहा कि वोटरकार्ड बना है या नहीं। हेल्पलाइन नंबर 1950 पर सिर्फ शिकायतें दर्ज होती हैं उनका निदान नहीं।

राजपाल सिंह, गिजरौली केस-3 :

मेरा वोटरकार्ड अभी तक नहीं बना है। बीएलओ सिर्फ इतना ही बता रहे हैं कि हमने नाम भेज दिया। जब नाम भेजा तो फिर वोटर कार्ड कहां है? आखिर हम मतदान से वंचित हो जाएंगे उसका जिम्मेदार कौन होगा।

-सीमा उपाध्याय, नवल नगर वर्जन

1950 पर आ रही सभी समस्याओं का निस्तारण हो रहा है। चुनाव आयोग भी सीधे मॉनीटरिग कर रहा है। हमारी प्राथमिकता है कि शिकायतकर्ता संतुष्ट हो। तहसीलों में नए वोटरकार्डाें का वितरण चल रहा है। लोग धैर्य रखें सभी पात्र लोगों का पहचान पत्र बनेगा।

-अशोक कुमार शुक्ला, एडीएम, उप जिलानिर्वाचन अधिकारी, हाथरस

वोटर हेल्पलाइन एप

से भी बनेगा वोट

वोट बनवाने या मतदान प्रक्रिया से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए मतदाता को परेशान होने की जरूरत नहीं है। न ही उसे किसी सरकारी दफ्तर के यहां चक्कर लगाने हैं। मतदाता को अपने स्मार्ट फोन के गूगल प्ले स्टोर से 'वोटर हेल्पलाइन' एप डाउनलोड कर लोग मतदाता पहचान पत्र के लिए अपील कर सकते हैं। मतदातास्मार्ट फोन पर गूगल प्ले स्टोर से वोटर हेल्पलाइन एप डाउनलोड करें। यहां अपना रजिस्ट्रेशन कराकर इस एप को प्रयोग कर सकते हैं। एप पर मतदाता भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट स्वीप, एनवीएसपी, मतदाता सर्च और शिकायत पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं। इस एप के जरिए ईपीआइसी नंबर के जरिए निर्वाचन से जुड़ी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। एप की मदद से नया वोटर कार्ड बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन, आयोग की वेबसाइट के जरिए कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची में अपना नाम के अलावा भाग संख्या तथा क्रमांक संख्या भी देख सकता है। इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र में बदलाव, एक ही विधानसभा क्षेत्र में बूथ में बदलाव, मतदाता सूची की गड़बड़ी अगर हो तो सुधार के लिए भी विकल्प दिए गए हैं। विदेशों में रह रहे एनआरआइ मतदाता भी मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने को आवेदन कर सकते हैं। एनवीएसपी (राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल)से जुड़े सभी आवेदन, अधिसूचना और स्टेटस की वर्तमान स्थिति की जानकारी ले सकते हैं।


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