55 के दूल्हे को बनाया 28 साल का
-फजीहत होने के बाद शुरू हुई संदिग्ध शादी की जांच -फर्जीवाड़े की जांच दबाने में जुटा प्रशासनिक अमला
जासं, हाथरस : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में किस तरह से फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, उसकी बानगी देखनी हो तो हाथरस के हसायन ब्लॉक में पंचायत कर्मियों द्वारा किया गया कारनामा देखिए। यहां दूल्हा 55 का और दुल्हन 28 की थी और शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में शनिवार को कराई जा रही थी। डीएम के निर्देश पर शादी रुकवा दी गई थी। अब इस शादी की पात्रता पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं।
दरअसल जिस दूल्हे को कागज में विभाग के लोगों ने 28 साल का दिखाया है, वह करीब 55 साल का है। दुल्हन की उम्र भी 24 साल दिखाई है। जांच में सामने आया है कि जिस युवती की शादी हो रही थी वह बोलने व सुनने में अक्षम है। सवाल है कि शादी समारोह में इस जोड़े के पहुंचने तक जिम्मेदार अफसर चुप्पी क्यों साधे रहे। अब ब्लाक के अफसर लड़की का विकलांग प्रमाणपत्र खोजने में जुटे हैं।
यह था मामला : शनिवार को स्पोर्ट्स स्टेडियम में ब्लॉक हसायन की युवती दीपिका कुमारी का विवाह अलीगढ़ के गभाना निवासी मिट्ठनलाल से होना था। दोनों अपने ब्लॉक क्षेत्र में बैठे शादी की रस्में निभाने को बैठे थे। कुछ लोगों की नजर जब इन बेमेल जोड़े पर पड़ी तो डीपीओ धर्मेंद्र कुलश्रेष्ठ को बताया। पड़ताल में सामने आया कि युवक व युवती के साथ उनके परिवार से कोई नहीं पहुंचा है। युवती को पंडाल तक उसकी पड़ोस की भाभी कांता देवी ने पहुंचाया था। जब युवती से ग्राम प्रधान व युवती के परिजनों से वार्ता कराने को कहा गया तो वह कुछ नहीं बता सकी। सिर्फ इतना कहा कि उसकी मां घर में मौजूद है। युवती के पिता नहीं हैं। मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर इस शादी को रुकवा दिया गया।
रविवार को डीएम के निर्देश पर इसकी जांच हुई तो सामने आया कि हसायन ब्लॉक पर एडीओ समाज कल्याण ने दूल्हे को 28 साल व लड़की को 24 साल दर्शाया था जबकि देखने में दूल्हा ज्यादा उम्र का लग रहा था।
वर्जन -
परिजनों ने दूल्हा 28 व दुल्हन 24 साल की बताया था। इसीलिए उनकी शादी की सहमति बनी थी। लड़की बोलने व सुनने में भी अक्षम है। बुधवार को ब्लॉक में जाकर इसकी विस्तृत जांच करूंगा।
-योगेंद्र पाल, एडीओ समाज कल्याण, हसायन