बैंक कार्रवाई से छिनी 11 परिवारों की रोजी-रोटी
¨सडिकेट बैंक की सादाबाद में बड़ी कार्रवाई से बेरोजगार हुए दुकानदार कार्रवाई से पहले बैंक प्रशासन ने दुकानदारों को नहीं दी सूचना
संवाद सूत्र, हाथरस : सादाबाद में ¨सडिकेट बैंक की बड़ी कार्रवाई के बाद 11 दुकानदार बेरोजगार हो गए हैं। रोजी-रोटी छिनने से यह परिवार सदमे में हैं।
शुक्रवार को जलेसर रोड स्थित करीब दर्जनभर दुकान, हॉल सहित करोड़ों की प्रॉपर्टी ¨सडिकेट बैंक ने सीज कर ली। एसडीएम ज्योत्सना बंधु बैंक अधिकारी, राजस्व टीम ने पुलिस बल के साथ दुकानों को खाली कराकर सीज कराया। सीज की गई अधिकतर दुकानें वर्तमान में किराये पर चल रही थीं। इसलिए तमाम लोग बेरोजगार हो गए हैं। रावेंद्र त्यागी निवासी जलेसर रोड हाल निवासी आगरा ने कई वर्ष पूर्व ¨सडिकेट बैंक से ऋण लिया था। इस दौरान कई सम्पत्तियों को बैंक के पास बंधक बनाया गया था। लोन जमा न करने पर खाता एनपीए हो गया। कुछ समय पहले बैंक ने जलेसर रोड स्थित शीतगृह और होटल को सीज किया था। वर्तमान में रावेन्द्र त्यागी पर बैंक का करीब 9.5 करोड़ रुपये बकाया है। इसे लेकर मुख्य शाखा प्रबंधक सुनील कुमार शर्मा ने पुलिस बल के साथ जलेसर रोड स्थित रावेन्द्र त्यागी की शेष सम्पत्ति भी सीज कर दी। सीज की गई सम्पत्ति में 13 दुकान, पुराना आवास, हॉल आदि शामिल हैं। इनमें 11 दुकान किराए पर संचालित थीं। कार्रवाई के दौरान किराएदारों को दुकान से बाहर निकालकर उनका सामान सड़क पर रख दिया गया। संपत्ति सीज होने से दुकानों के किराएदार सड़क पर आ गए। दुकानदारों की पीड़ा
मैं करीब बीस साल से दुकान चला रहा हूं। अचानक बैंक अधिकारी, एसडीएम ने आकर दुकानें सीज कर दी। दुकानें खाली करने को लेकर पहले से कोई सूचना नहीं थी।
-अनुज अग्रवाल। यहां में सालों से दुकान कर रहा हूं। पहले परचून की दुकान थी अब कनफैक्शनरी बेच रहा हूं। इस तरह से अचानक दुकानें खाली कराना गलत है। अन्य कई दुकानदार भी बेरोजगार हो गये हैं।
-रघुनाथ ¨सह। काफी समय से हम इस मार्केट में मोबाइल रीचार्ज, स्नैक्स आदि की दुकान कर रहे हैं। आज तक ऐसी कोई सूचना नहीं थी कि कभी इस तरह से दुकान खाली करनी पड़ सकती है।
- दिलीप अग्रवाल।