1,023 बटाईदार व ठेके पर खेती करने वाले केंद्र पर बेच पाए गेहूं
115 खरीद केंद्रों पर एक लाख 9 हजार एमटी गेहूं खरीदा गया।
हरदोई : सरकारी गेहूं खरीद केंद्र बंद हो गए हैं। इन केंद्रों पर जिले के 18,744 किसान अपना गेहूं बेच पाए हैं, इनमें 1,023 बटाईदार और ठेके पर खेती करने वाले शामिल है।
शासन ने मूल्य समर्थन योजनांतर्गत जिला प्रशासन को एक लाख 46 हजार 500 मीट्रिक टन गेहूं का लक्ष्य निर्धारित किया था। इस दौरान किसानों के अलावा पहली बार बटाईदार व ठेके पर खेती करने वालों को केंद्र पर गेहूं बेचने का मौका दिया। इसका उद्देश्य यह था कि बटाईदार व ठेके पर खेती करने वालों को उपज का समर्थन मूल्य मिल सके। इसको लेकर जिला प्रशासन ने 119 खरीद केंद्र खोले, लेकिन चार खरीद केंद्र शुरुआती दौर में बंद कर दिए गए। योजनांतर्गत 115 सरकारी केंद्रों पर 18,744 किसानों से एक लाख 9 हजार 129 क्विंटल गेहूं की खरीद गई। वहीं बटाईदार और ठेके पर खेती करने वालों ने केंद्रों पर गेहूं बिक्री करने में रुचि नहीं दिखाई। इनमें से महज 1,023 बटाईदार व ठेके पर खेती करने वालों ने केंद्र पर गेहूं बेचा। डिप्टी आरएमओ अनुराग पांडेय ने बताया कि बटाईदार व ठेके पर खेती करने वालों को केंद्र पर गेहूं बेचने के लिए किसानों की सहमति अनिवार्य और उपज का सत्यापन भी। जिन लोगों ने पंजीकरण कराया, उन्हें लाभांवित किया गया है।
खरीद समाप्त, फिर भी भुगतान पाने को भटक रहे किसान : अधिकांश किसान गेहूं बिक्री के बाद भुगतान के लिए अधिकारियों व प्रभारियों के चक्कर लगाने को मजबूर है। एफपीओ, पीसीएफ, यूपीएग्रो, यूपीएसएस, यूपीपीसीयू, एसएफसी व नैफेड की ओर से किसानों का समय से भुगतान नहीं किया गया है। क्रय एजेंसियों पर किसानों को 17 करोड़ 64 लाख रुपये बकाया चल रहा है।