धू-धू कर जल उठा अधर्म और अहंकार का प्रतीक दशानन
1द्बद्भड्ड4ड्डस्त्रड्डह्यद्धद्वद्ब 1द्बद्भड्ड4ड्डस्त्रड्डह्यद्धद्वद्ब
हरदोई: दशहरा पर मंगलवार को पूरा शहर जश्न में डूब गया। नुमाइश मैदान में महोत्सव के समापन पर भारी भीड़ उमड़ी। दिन से ही शुरू हुए कार्यक्रमों के बाद शाम से सांस्कृतिक कार्यक्रम और रामलीला हुई। रावण के पुतला दहन को लेकर शाम से ही भीड़ जमा होने लगी और रात तक डटी रही। धू-धू कर अधर्म और अहंकार का प्रतीक दशानन जल उठा। पुतला दहन के साथ आतिशबाजी भी हुई।
हरदोई में दशहरा महोत्सव की शुरुआत जिलाधिकारी पुलकित खरे ने गत वर्ष से कराई थी। वैसे शहर में महोत्सव नहीं मनाया जाता था। इस वर्ष दूसरा महोत्सव था और उसे यादगार बनाने के लिए न केवल प्रशासन व सामाजिक लोग भी आगे आए। नवरात्र से शुरू हुए महोत्सव का मंगलवार को समापन था। रावण पुतला दहन देखने के लिए शहर ही नहीं आसपास के गांवों से भी लोग जमा होने लगे। रामलीला के मंचन के बाद रात में रावण का पुतला दहन हुआ। नुमाइश मैदान में फरवरी में रावण दहन होता है, लेकिन दशहरा पर हुए दहन में भीड़ ने रिकार्ड तोड़ दिए। इस पूरे कार्यक्रम को सफल और यादगार बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग का विशेष सहयोग रहा। शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम में हर रूप में प्रतिभाग किया। महोत्सव में सहभागिता करने वालों को मिला सम्मान जिला सांस्कृतिक समिति के संयोजन में आयोजित हुए दशहरा महोत्सव में सहभागिता निभाने वालों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान हुईं विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों के साथ ही महोत्सव में सहयोग करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी जिलाधिकारी पुलकित खरे,सीडीओ निधि गुप्ता वत्स, एसपी आलोक प्रियदर्शी, एडीएम संजय सिंह, डीडीओ राजितराम मिश्र, नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्र आदि ने सम्मानित भी किया। परिवार समेत शामिल हुए अधिकारी
महोत्सव में छोटे से बड़े और बुजुर्गों, महिलाओं ने भी खुशियां मनाईं। परिवार समेत लोग शामिल हुए, तो अधिकारियों के परिवार भी महोत्सव देखने आए। जिलाधिकारी अपनी पत्नी प्रतिश्रुत खरे, एसपी आलोक प्रियदर्शी, सीडीओ निधि गुप्ता वत्स सभी अपने अपने परिवार के साथ आए। रावण दहन देखने के लिए उत्साहित रहे और खुशी के पलों को कैमरों में भी कैद करते रहे।
डीएम ने जताया आभार
जिलाधिकारी के प्रयास से ही दूसरी बार शहर में दशहरा महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास संबंधी सभी विभागों ने सहयोग किया। समाज के लोग भी आगे आए। जिलाधिकारी ने सभी का आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि यह परंपरा हमेशा चलती रहे।