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भुगतान को एजेंसियों के चक्कर लगाने को मजबूर किसान

अधिकांश क्रय एजेंसियां किसानों का बकाया नहीं चुकाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 10:17 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 10:17 PM (IST)
भुगतान को एजेंसियों के चक्कर लगाने को मजबूर किसान
भुगतान को एजेंसियों के चक्कर लगाने को मजबूर किसान

हरदोई : इस बार सरकारी गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। जिला प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष एक लाख 10 हजार 729 मीट्रिक टन की खरीद हो पाई है। वहीं गेहूं खरीद समाप्त हुए 13 दिन बीत चुके हैं। इसके बावजूद क्रय एजेंसियां किसानों का समय से भुगतान नहीं कर रही हैं। क्रय एजेंसियों पर किसानों का 573.08 लाख रुपये बकाया चल रहा है। किसान गेहूं का बकाया भुगतान पाने को लेकर एजेंसियों के अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

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मूल्य समर्थन योजनांतर्गत किसानों को उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए शासन ने जिले को एक लाख 46 हजार 500 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया था। इसके साथ ही किसानों को 72 घंटे में उपज का भुगतान करने के निर्देश थे। जिला प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद 115 खरीद केंद्रों पर एक लाख 10 हजार 729 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो पाई। वहीं अधिकांश क्रय एजेंसियां किसानों का बकाया नहीं चुकाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।खाद्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार एफपीओ पर किसानों का 16 लाख, पीसीएफ पर 209.17 लाख, यूपीएसएस पर 59.15 लाख, एसएफसी पर 232.76 लाख, नैफेड पर 56.00 लाख रुपया बकाया है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनुराग पांडेय ने बताया कि जिन क्रय एजेंसियों पर किसानों का बकाया चल रहा है। उन क्रय एजेंसियों के प्रभारियों को सख्त निर्देश जारी किए गए है कि किसानों का बकाया भुगतान शीघ्र किया जाए। अन्यथा जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।


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