मिलों के इनडेंट से तय होता गन्ना पर्ची कैलेंडर
हरदोई : चीनी मिलों ने पेराई सत्र शुरू कर दिए हैं। जिले में तीन चीनी मिलों में से दो ने पेर
हरदोई : चीनी मिलों ने पेराई सत्र शुरू कर दिए हैं। जिले में तीन चीनी मिलों में से दो ने पेराई सत्र शुरू कर दिया है। कैश क्राप कही जाने वाली गन्ना फसल को लेकर किसानों में संशय है। निजी पेराई के सापेक्ष चीनी मिलों में आपूर्ति के प्रति ही उत्साहित रहते हैं, लेकिन समितियों की ओर से गन्ना आपूर्ति का पर्ची कैलेंडर मिलों की ओर से प्राप्त इनडेंट के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
कैश क्राप यानी कि गन्ना फसल किसान और औद्योगिक घरानों से सीधे जुडी हुई है। किसान पैदावार के साथ ही मिलों में पेराई सत्र शुरू होते ही गन्ना आपूर्ति के लिए पर्ची की राह तकने लगते हैं, वहीं मिलों को अधिक से अधिक आपूर्ति की लालसा रहती है। बताया गया कि मिलों की ओर से प्रतिदिन पेराई क्षमता के अनुसार समितियों से गन्ना आपूर्ति के लिए इनडेंट जारी किए जाते हैं। उन्हीं इनडेंट के आधार पर समितियों की ओर से किसानों को कैलेंडर के अनुसार पर्ची जारी की जाती हैं। जिला गन्ना अधिकारी सुशील कुमार ने बताया लोनी एवं हरियावां चीनी मिलों की प्रतिदिन की पेराई क्षमता 89 हजार क्विंटल गन्ना की है और उसी के अनुसार इनडेंट जारी किए हैं।
मिलों ने गन्ना न मिलने की नहीं दी जानकारी : जिला गन्ना अधिकारी सुशील कुमार का कहना है कि तीन चीनी मिलों में से लोनी एवं हरियावां मिल ने पेराई सत्र शुरू हो गया है। लोनी मिल को गन्ना समिति हरदोई गेट, हरदोई ग्रोवर, जेबीगंज, रोजा, तिलहर एवं रूपापुर, जबकि हरियावां मिल के लिए हरदोई गेट, बघौली, हरदोई ग्रोवर, महोली एवं कमलापुर समिति से गन्ना आपूर्ति के लिए मिल के इनडेंट के आधार पर पर्ची जारी की जा रही हैं। अभी तक मिलों को गन्ना आपूर्ति एवं किसानों को पर्ची जारी किए जाने में कोई समस्या सामने नहीं आई है।
रूपापुर मिल में आज घूमेंगे पहिए : डीसीओ ने बताया कि रूपापुर चीनी मिल भी पेराई सत्र शुरू करने जा रही है। सभी व्यवस्थाएं जुटा लेने के बाद मिल प्रबंधन ने शुक्रवार से पेराई सत्र शुरू करने का निर्णय लिया है।