गांवों के विद्यालयों में तैयार होगी खेल की नर्सरी
हरदोई : परिषदीय विद्यालयों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस निखाने की जरूरत है। शासन सतर
हरदोई : परिषदीय विद्यालयों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस निखाने की जरूरत है। शासन सतर से खेल की नर्सरी भी तैयार कराने की कवायद शुरू हो चुकी है। विद्यालयों में खेल परिसर बनाया जाएगा। इसमें उन विद्यालयों को चुना जाएगा जिनमें खेल का मैदान होगा। आसपास यातायात के साधन होंगे और हास्टल भी नजदीक हो। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने बीएसए से निर्धारित प्रारूप पर ऐसे विद्यालयों की संपूर्ण जानकारी मांगी है।
जनपद के 2833 प्राथमिक और 1025 जूनियर विद्यालयों में करीब साढ़े चार लाख बच्चे अध्ययनरत है। विद्यालयों के शिक्षक सीमित संसाधनों में बच्चों में खेल के प्रति रूचि पैदा करने को लेकर तमाम प्रयास करते हैं, उनके प्रयास सफल भी हुए है। नतीजतन गांव से निकले नौनिहाल मंडलीय व राज्य स्तरीय बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर अपना जलवा बिखेर चुके हैं। गांव में खेलों की नर्सरी तैयार करने को लेकर शासन ने सुध ली है। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा निदेशालय के अपर शिक्षा निदेशक ललिता प्रदीप ने समस्त जनपदों के बेसिक शिक्षाधिकारी को पत्र जारी किया है। उन्होंने परिषदीय विद्यालयों में खेल परिसर बनाने को लेकर दिशा निर्देश जारी किए है। अपर शिक्षा निदेशक के अनुसार जिन विद्यालयों के निकट समूह में खेले जाने वाले खेल जैसे हॉकी, फुटबाल व बॉलीबाल आदि का खेल का मैदान उपलब्ध है, ऐसे विद्यालयों का चयन किया जाएगा। इन खेलों में रुचि रखने वाले बच्चों को विशेष प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके अलावा एक किलोमीटर की दूरी पर बच्चों के लिए हॉस्टल बनाने आदि की जानकारी उपलब्ध कराई जाए। खेल के मैदान के निकट यातायात के पर्याप्त साधन होना आवश्यक है। उन्होंने बीएसए से 25 सितंबर तक निर्धारित प्रारूप पर जानकारी मांगी है।