कोरोना के डर से चिकन से दूरी, कटहल की मांग बढ़ी
तक रह गई है। लखनऊ रोड स्थित थोक सब्जी मंडी में कटहल 25 से 30 रुपये किलो है जबकि फुटकर बाजार में इसकी कीमत 40 रुपये तक पहुंच गई है। गुरुवार को शहर के छोटा चौराहा स्थित सब्जी मंडी में दोपहर तक कटहल की बिक्री हो गई थी जबकि पिहानी चुंगी स्थित एक दुकान पर कटहल था। अधिकांश दुकानदारों के पास कटहल नहीं था। दुकानदार ने बताया कि 30 से 35 किलो तक कटहल लेकर आए थे जिसमें से आधा भी कटहल नहीं बचा है। कटहल की बिक्री अधिक हो रही है।
हरदोई : कोरोना वायरस के डर से लोग मटन और चिकन खाने से बच रहे हैं। मीट के शौकीन भले ही मायूस हों, लेकिन स्वास्थ्य के लिए यह ठीक भी है। मीट के विकल्प के रूप में वैसे तो पनीर के कई आइटम मौजूद हैं, लेकिन सबसे ज्यादा कटहल को तरजीह दी जा रही है। देखा जाए तो बड़े से लेकर छोटे शहरों में कटहल की मांग भी बढ़ गई है। जिससे कटहल के दाम तो बढ़े ही हैं, बाजार में आवक भी कम हो गई है।
कोरोना वायरस के खौफ में लोग भरपूर सावधानी बरत रहे हैं। शौकीनों ने मीट से दूरी बनाते हुए सब्जियों का ज्यादा प्रयोग शुरू कर दिया है। वहीं चिकन बिरयानी के अच्छे विकल्प के रूप में कटहल बिरयानी को तरजीह देने लगे हैं। ऐसे में कटहल की मांग भी बढ़ गई है। जिससे सब्जी बाजार में कटहल बहुत कम दिख रहा है। जबकि उपलब्ध कटहल के दाम भी बढ़ गए हैं। थोक बाजार में भी कटहल की आवक कम हो रही है। बाजार में 20 क्विटल तक होने वाली आवक 13 से 15 क्विटल प्रतिदिन तक रह गई है। लखनऊ रोड स्थित थोक सब्जी मंडी में कटहल 25 से 30 रुपये किलो है, जबकि फुटकर बाजार में इसकी कीमत 40 रुपये तक पहुंच गई है। गुरुवार को शहर के छोटा चौराहा स्थित सब्जी मंडी में दोपहर तक कटहल की बिक्री हो गई थी, जबकि पिहानी चुंगी स्थित एक दुकान पर ही कटहल उपलब्ध था। एक दुकानदार ने बताया कि काफी कटहल लेकर आए थे, सारा बिक गया।