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हक की लड़ाई के लिए सूचना के अधिकार को बनाया हथियार

हरदोई : भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में सूचना का अधिकार हथियार बन रहा है। जिले में कई ऐस

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 11:43 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 11:43 PM (IST)
हक की लड़ाई के लिए सूचना के अधिकार को बनाया हथियार
हक की लड़ाई के लिए सूचना के अधिकार को बनाया हथियार

हरदोई : भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में सूचना का अधिकार हथियार बन रहा है। जिले में कई ऐसे कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने सूचना के अधिकार के हथियार से हक की लड़ाई जीती। उन्हीं में से नघेटा मार्ग निवासी आशीष कुमार ¨सह एक हैं। वैसे तो वह कांग्रेसी नेता हैं। विपक्ष के चलते सत्ता में उनकी भले ही पकड़ नहीं बन पाई, लेकिन उन्होंने सूचना के अधिकार से न केवल कई पोल खोली, बल्कि लोगों को न्याय भी दिलाया।

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आशीष कुमार ¨सह वर्ष 2005 से लागू हुए सूचना के अधिकार के बाद से ही काम कर रहे हैं। 300 से अधिक सूचनाएं मांग चुके हैं। आवास विकास कालोनी का कामर्शियल प्रयोग का मामला हो या फिर कोषागार में पेंशन का मामला। उन्होंने इसे प्रमुखता से उठाया और कार्रवाई भी कराई। उन्होंने बताया कि मनरेगा में काम करने वाले पंचायत मित्रों को समय पर मानदेय नहीं दिया जाता था। प्रशासनिक मद से मिलने वाले मानदेय के बारे में उन्होंने सूचना के अधिकार में जानकारी मांगी और इसका परिणाम यह हुआ कि मानदेय जारी हो गया। अभी हाल ही में आशा बहुओं के विरुद्ध दर्ज हुई एफआइआर का मामला भी उन्होंने उठाया था और उसमें गलत तरीके से दर्ज कराई गई एफआइआर वापस भी ली गई थी।


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