जिला अस्पताल में फिजीशियन की कमी, दम तोड़ रहे मरीज
जागरण संवाददाता हरदोई पिछले नौ वर्षों से जिला अस्पताल में फिजीशियन नहीं है।
हरदोई : पिछले नौ वर्षों से जिला अस्पताल में फिजीशियन नहीं है। जिस कारण संक्रामक बीमारियों के मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। इलाज के अभाव में मरीज लगातार दम तोड़ रहे है। जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल माह में 24 मरीजों ने बीमारियों से दम तोड़ दिया। जिससे स्वास्थ्य महकमे के बेहतर इलाज के दावे की पोल खुल रही है।
अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा है। यह बात यहां के अधिकारी हर समय कहते रहते हैं, लेकिन यहां पर आने वाले मरीज या तो लखनऊ रेफर कर दिए जाते हैं या फिर अस्पताल में दम तोड़ देते हैं। बीते 30 दिनों में अस्पताल में सीओपीडी (क्रोनिक आब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी डिसीस), बुखार और पेट दर्द से 24 मरीजों की जान जा चुकी है। गर्मी के साथ ही बीमारियों का प्रकोप और बढ़ेगा। तब स्थिति और भी भयावह होगी। इनमें सबसे अधिक सीओपीडी के मरीज होते हैं। जो इलाज में लापरवाही करते रहते हैं और धीरे-धीरे बीमारी बढ़ती जाती है। इसके साथ ही बुखार भी मरीजों की जान ले रहा है। अस्पताल के डाक्टर्स मरीज की हालत गंभीर होने पर उन्हें लखनऊ भी रेफर कर देते हैं। इसी प्रकार पेट दर्द से भी मरीज अपनी जान गवा रहे हैं। अस्पताल के आंकड़े ही दावों की पोल खोल रहे हैं और मरीज दम तोड़ रहे हैं। सीएमएस डा. एके शाक्य ने बताया कि ग्रामीणों क्षेत्रों में मरीज की हालत बिगड़ने पर परिवारजन जिला अस्पताल लेकर आते हैं। डाक्टर मरीज को बचाने का प्रयास करते हैं। सीओपीडी से दम तोड़ने वाले मरीज : मोहन लाल पुत्र पर्वत, शिवलाल पुत्र मुन्ना, भल्लू पुत्र सुमेर, राजेश्वरी पुत्र बेचेलाल, रामनाथ पुत्र भगवंत, रामभरोसे पुत्र कुंदन, राजाराम पुत्र जीत, सुखराम पुत्र धनीराम, वीर मोहनलाल पुत्र मुल्ला, लीलावती पत्नी राम अवतार, शेर सिंह पुत्र लालाराम, अर्चना पत्नी अमित, भारत पुत्र जानकी, रामरती पत्नी अमरनाथ और रामबेटी पुत्र परशुराम की मौत हो गई। बुखार से दम तोड़ने वाले मरीज : जगरानी पत्नी प्रतिपाल, राखी पत्नी अशोक, प्रदीप पुत्र बांकेलाल, पीतू पुत्र सुखी नंदन, नेहा पुत्री सत्यपाल की मौत हो चुकी है। पेट दर्द से दम तोड़ने वाले मरीज : सोहनलाल पुत्र छोटेलाल, रोशीले पुत्र लालजी, मन्नो पत्नी मिश्री और ब्रजेश पुत्र आशाराम की मौत हो गई।