मुस्कुराहट प्रभु का वरदान है : ओंकार चंद
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हरदोई : माउंट आबू से आए ब्रह्म कुमार प्रोफेसर ओंकार चंद ने कहा कि खुशी जैसी कोई खुराक नहीं है और गम जैसा कोई रोग नहीं है। मुस्कुराहट शिव का वरदान है। मुस्कुराहट किसी भी मुश्किल को कम कर सकती है। यदि हम मुस्कुराएंगे तो मुश्किलें आसान हो जाएंगी।
पिहानी चुंगी स्थित न्यू सिविल लाइंस प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए प्रोफेसर ओंकार चंद्र ने कहा कि खुशी बाहर नहीं है, बल्कि हमारे मन में ही खुशी का आसीन खजाना छिपा हुआ है। खुशी हमें बाहर से, व्यक्तियों से, परिस्थितियों से व भौतिक प्राप्तियों से मिलने वाली चीज नहीं है, खुशी तो मन की श्रेष्ठ स्थिति का नाम है। हमारी भौतिकवादी ²ष्टि को भागदौड़ का जीवन बढ़ती हुई इच्छाएं बताएं व तृष्टाएं ही हमारी खुशी को हम से छीन रही है। जैसा व्यक्ति का चितन होता है वैसा ही जीवन बन जाता है। यदि हम खुशी की बातों का चितन करेंगे तो हमारा चेहरा खिल उठेगा। यदि दुखदायी बातों का चितन करेंगे तो चेहरे से खुशी गायब हो जाएगी। उन्होंने बताया कि छोटे चौराहा स्थित हरदोई नर्सिंग होम के निकट खुशियों की सौगात शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर 11 सितंबर तक संचालित होगा। आठ को संबंधों का आनंद, नौ को अच्छी सोच से अच्छे दिन, 10 को क्रोध पर जीत का महा अभियान व 11 को परमात्मा प्यार का सुखद एहसास कार्यक्रम होंगे। इस मौके पर वीके कुसुम, मालती, रामपाल, भानू मौजूद रहे।